जिले के 5 ब्लॉक में पहली बार एक दिन में 557 लोगों ने कोरोना जांच कराया। जिसमें 98 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है

जिले के 5 ब्लॉक में   पहली बार एक दिन में 557 लोगों ने कोरोना जांच कराया। जिसमें 98 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है
जिले के 5 ब्लॉक में   पहली बार एक दिन में 557 लोगों ने कोरोना जांच कराया। जिसमें 98 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है

जिले के 5 ब्लॉक में पहली बार एक दिन में 557 लोगों ने कोरोना जांच कराया। जिसमें 98 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है

बालोद // जिले के 5 ब्लॉक में पहली बार एक दिन में 557 लोगों ने कोरोना जांच कराया। जिसमें 98 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है। जांच के लिए आरटी-पीसीआर लैब भेजा गया है। अब पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं इसलिए सैंपलिंग टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ने का अनुमान है। हालांकि पहले की तुलना में अब कम लोग कोरोना जांच करवा रहे हैं।जांच का दायरा बढ़ाने स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सार्वजनिक स्थानों में रोजाना सैंपलिंग टीम की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए सभी बीएमओ अपने स्तर पर प्लान बना चुके है ताकि दूसरे जिले से आने वाले यात्रियों पर नजर रख सकें।नाम, पता रजिस्टर में एंट्री कर जरूरत पड़ने पर कोरोना जांच की जाएगी। 6 से 24 जून तक 19 दिन में जिले के 16 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। रोजाना लोग कोरोना जांच करवा रहे हैं। सैंपल टेस्ट होने के बाद रिपोर्ट क्या आ रहा है, इसकी जानकारी दी जा रही है। ऐसे में आगे स्थिति कुछ भी हो सकती है। 

दुर्ग जिले से लगा गुंडरदेही संवेदनशील 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 6 से 24 जून तक जिले के गुंडरदेही ब्लॉक में कोरोना के सबसे ज्यादा 7 संक्रमित मिल चुके हैं। दुर्ग जिले में 90 से ज्यादा केस एक्टिव हैं। दुर्ग जिले में गुंडरदेही जिले के लोगों का आना-जाना रहता है। काम के सिलसिले में मजदूर वर्ग भी रोजाना ट्रेन, बस या अन्य वाहनों के माध्यम से सफर करते है।ऐसे में दुर्ग के साथ गुंडरदेही भी संवदेनशील बना हुआ है। डौंडीलोहारा ब्लॉक में 3, बालोद ब्लॉक में 3, गुरूर ब्लॉक में 3 संक्रमित मिल चुके हैं। राहत की बात है कि पहली, दूसरी लहर में संवेदनशील रहे डौंडी ब्लॉक व दल्लीराजहरा में अब तक कोरोना के एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। ​​​​​​​

राहत- कोविड सेंटर में सिर्फ दो मरीज भर्ती 

शनिवार दोपहर तक की स्थिति में कोरोना के 13 केस एक्टिव थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिला मुख्यालय के न्यू कोविड सेंटर में सिर्फ 2 संक्रमित भर्ती थे। दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के एक संक्रमित डिस्चार्ज हो चुका है। बालोद जिले में आने के बाद कोरोना की चपेट में आई थी इसलिए विभाग की ओर से सुरक्षा के लिहाज से यही भर्ती करवाए थे। जिला कोविड हॉस्पिटल में वेंटिलेटर सहित सभी 200 बेड खाली हैं। जिसमें 100 ऑक्सीजन बेड भी शामिल है।यहां कोरोना संक्रमित को फिलहाल भर्ती नहीं करने का निर्णय लिया गया है ताकि सामान्य मरीजों का इलाज निरंतर हो सके। किसी प्रकार की परेशानी न आए। जिला अस्पताल के बजाय 42 ऑक्सीजन बेड की क्षमता की न्यू कोविड सेंटर में ही संक्रमितों को भर्ती करने का निर्णय लिया गया है। विभाग के अनुसार जिला सहित सभी ब्लॉक मुख्यालयों के 12 कोविड सेंटरों के 1126 में से 1124 बेड खाली है। 

मई में एक भी केस जिले में नहीं मिले 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मई में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला था। ऐसे में जून में 16 पॉजिटिव केस मिलने के बाद लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। वहीं मई के पहले अप्रैल माह के 30 दिन में सिर्फ दो संक्रमित मिले थे। जबकि मार्च में 16 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह स्थिति जून माह में बन चुकी है। इस माह का 5 दिन बाकी है। सावधानी जरूरू है। 

डौंडी ब्लॉक अब तक है सुरक्षित 

शनिवार शाम तक की स्थिति में डौंडी ब्लॉक में कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं थे। टीकाकरण के अलावा यहां रोजाना कम लोग कोरोना जांच करवा रहे हैं, केस नहीं मिलने की यह भी वजह मानी जा रही है। डौंडी बी एम ओ डॉ. विजय ठाकुर ने बताया कि रोजाना सीएचसी से लेकर सार्वजनिक स्थानों में विभागीय टीम कोरोना जांच के लिए पहुंच रही है। 

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