बालोद जिले में भाजपा के 9 मंडल में आदिवासी समाज के मंडल अध्यक्ष नहीं होने से आदिवासी समाज में नाराजगी

बालोद जिले में भाजपा के 9 मंडल में आदिवासी समाज के मंडल अध्यक्ष नहीं होने से आदिवासी समाज में नाराजगी
बालोद जिले में भाजपा के 9 मंडल में आदिवासी समाज के मंडल अध्यक्ष नहीं होने से आदिवासी समाज में नाराजगी

बालोद जिले में भाजपा के 9 मंडल में आदिवासी समाज के मंडल अध्यक्ष नहीं होने से आदिवासी समाज में नाराजगी,,

 गुंडरदेही//छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के एक दिवसीय बैठक में आदिवासी समाज के द्वारा विभिन्न मुद्दों में चर्चा की गई। जिसमें प्रदेश के अन्य जिलों से आए सर्व आदिवासी समाज की मुखिया के साथ-साथ बालोद जिला के पांचों ब्लॉक के आदिवासी समाज से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक चर्चा पर हिस्सा लिया। 

चर्चा के दौरान गोपनीय चर्चा पर मिशन 2023 का ईशारा करते हुए आदिवासी समाज के प्रमुखों ने ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए लोगों से जब रूबरू हुए तब बड़ी दुखद के साथ उन्होंने समाजिक कार्यकर्ताओ से कहा कि बालोद जिला में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष के पद पर जिले के 9 मंडल में एक भी आदिवासी समाज के अध्यक्ष नहीं बन पाए हैं। 

बालोद जिले में 9 मंडल आते हैं और 5 ब्लॉक मुख्यालय हैं जहां पर भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की मुख्य विपक्षी पार्टी है इसमें एक भी आदिवासी समाज के नेता व भाजपा के कार्यकर्ता को मंडल अध्यक्ष पद नहीं मिला। जिससे प्रदेश से आए हुए आदिवासी समाज के बुद्धिजीवी लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रति नाराजगी जाहिर किया। 

डौंडीलोहारा विधानसभा में तीन मंडल आते हैं, जबकि विधानसभा में आदिवासी के लिए सीट आरक्षित है। वैसे तो छत्तीसगढ़ में बालोद जिला में भारतीय जनता पार्टी में अंदरूनी लड़ाई का दौर है। दल्लीराजहरा और गुंडरदेही के कार्यकर्ता खुलकर पार्टी के विरोध में आ गए हैं। लगातार मीडिया से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओं तक शिकवा शिकायत का दौर चल रहा है। प्रदेश भाजपा की 15 साल में रहने के बावजूद प्रदेश के शीर्ष नेता छोटे कार्यकर्ताओं का समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। जो मिशन 2023 लिए नुकसानदायक हो सकता है। 

पूर्व में जब जिला भाजपा कार्यालय बालोद में भूमिपूजन में प्रदेश संगठन से लेकर पांचों ब्लॉक के नेता व कार्यकर्ता पहुंचे थे। इस दौरान शिलान्यास बोर्ड में आदिवासी समाज के नेता नेत्रोंयो के नाम गायब होने पर चर्चा रही है। जैसे कि डौंडीलोहारा विधानसभा से राजा परिवार में से पूर्व विधायक स्वर्गीय लाल महेंद्र टेकाम की पत्नी नीलिमा टेकाम का नाम नहीं आने से उसी समय आदिवासी समाज नाराज थे, परंतु पार्टी में बंधे होने के कारण खुलकर कोई बात नहीं कर पाया। यह बात मीडिया में सुर्खियों में रहा। आज जिला भाजपा की लगातार आलोचना हो रहा है। उक्त जानकारी आदिवासी समाज के वरिष्ठ नेता पुरेंद्र कुमार चंद्रवंशी ने दी है। 

इस मामले में नव नियुक्ति सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार राय से संपर्क करने पर उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी आए थे। वे बालोद जिले से आए आदिवासी समाज के लोगों से पूछ रहे थे कि हमारे समाज के लोग कौन कौन से पार्टी में अपने मंडल व ब्लॉक में मुखिया है। तब हमारे समाज के लोगों ने उन्हे बताया कि भारतीय जनता पार्टी से 9 मंडल में एक भी मंडल पर आदिवासी समाज के अध्यक्ष नहीं है। 

सर्व आदिवासी समाज के जिला सचिव थानसिंह मंडावी ने कहा अब प्रदेश प्रमुख यदि कुछ जानकारी मांग रहे हैं तो देना पड़ता है। फिलहाल बालोद जिला के एक भी मंडल में आदिवासी समाज के मंडल अध्यक्ष नहीं है। 

इस बैठक में प्रदेश के छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय अध्यक्ष भारत सिंह के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बी. पी. एस. नेताम, पूर्व महासचिव जी एस धनाजय, प्रांतीय कोषाध्यक्ष फूल सिंह नेताम, कार्य कारी अध्यक्ष मदन कोरपे, पूर्व अध्यक्ष बी. एल.ठाकुर, संस्थापक सदस्य रघुवीर सिंह, एन. एस. ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित थे। इस बैठक में बालोद जिले के पाचो विकास खंडों से गोंड समाज, कवर समाज, हल्बा समाज, पारधी समाज, कंदरा समाज के लगभग दो सौ प्रतिनिधि गण उपस्थित हुए, भैठक को बी. एल.ठाकुर, जी. एस. धनाजय, बी. पी. एस नेताम, रघुवीर सिंह, वेदवती मंडावी उपाध्यक्ष, आर. एस. नायक डॉ देवेन्द्र कुमार महाला, ईश्वर भुआरय,राम लाल नायक, गौकर्ण मेरिया, पालक ठाकुर, ऋषि उईके, गिरवर ठाकुर, कलिंद्री कोर्राम, लक्ष्मी मेरिया कुसुमलता धुव्र, पुरेंद्र चंद्रवंशी, केश कुमार कवर, योगेश्वर सिवाना, दयालु राम पिकेश्वर सहित आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। 

समाचार,विज्ञापन व सुझाव के लिए

 [email protected]

संपर्क

मो:

7067327173

7089094826

9302694826

क्रमशः अगला खबर के लिए डाउनलोड करें गुगल एप

 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.cg.newsplus