कारनामा सहयोग भावना की लोग कर रहे प्रशंसा...

कारनामा सहयोग भावना की लोग कर रहे प्रशंसा...
कारनामा सहयोग भावना की लोग कर रहे प्रशंसा...

कारनामा सहयोग भावना की लोग कर रहे प्रशंसा...

बस्तर / जगदलपुर । जगदलपुर में निवास करने वाली एक ग़रीब परिवार के हक़ की ज़मीन पर भाई के मौत के बाद भाभी के हिस्से की ज़मीन पर ननद की ही बुरी नज़र पड़ गई। पति की मृत्यु के बाद विधवा मां अपने 3 बेटियों को कैसे पालन करें उसके ऊपर यह समस्या थी, उसपर घर में अब कोई पुरुष के ना होने का फ़ायदा ननद और उसके परिवार के लोग ही उठाने का प्रयास करने लगे और जमीन पर बुरी नज़र बनाकर उसे हड़पने का पूरा बंदोबस्त कर लिए, पूरा मामला बस्तर विकासखंड का है। जहां अपने रसूख का फ़ायदा उठाकर एक बुआ ने अपने ही सगे भाई के बच्चों के हक़ की ज़मीन पर कब्ज़ा कर उन्हें बेदख़ल कर दिया था। ग़रीब दुखयारी परिवार ने गांव के सरपंच, थाना पुलिस, पटवारी एसडीएम, तहसीलदार और नगर के भाजपा कांग्रेस के नेताओं तक से गुहार लगाया पर किसी ने उनकी एक नया सुनी। किसी तरह शोसल मीडिया के माध्यम से शिवसेना के समाज़ कार्य की ख़बरों सको देखकर परिवार ने शिवसेना से संपर्क किया। शिवसैनिकों ने पूरी समस्या को सुन समझ कर पड़ताल करने के बाद परिवार की मदद करने का निर्णय किया। युवा इकाई के सचिव अरुण पाण्डेय् व अन्य सहयोगियों ने इस बात को ज़िले के कलेक्टर नीरज बंसल तक पहुंचाई व पटवारी, तहसीलदार एवं अन्य लोगों द्वारा निष्पक्ष कार्यवाही नही करने की शिकायत की। कलेक्टर ने शिवसैनिकों की अर्जी पर दूसरे ही दिन संबंधित अधिकारियों को तलब किया और मामले में जांच के उपरांत कार्यवाही के कड़ें निर्देश जारी किए। कुछ दिनों बाद तहसीलदार, एसडीएम, पटवारी, सरपंच व ग्रामीणों की उपस्थिति में उक्त ज़मीन पर से कब्ज़ा हटवाया गया और इस तरह ग़रीब परिवार को उनकी जमीन वापस मिल पाई। परिवार ने इसके लिए शिवसैनिकों को अपना आभार जताया और परिवार के सभी पांच सदस्यों ने आजीवन शिवसेना से जुड़कर रहने का निर्णय भी लिया। परिवार की एक महिला सदस्य ने हमारे प्रतिनिधी को बताया कि हम सभी ज़गह गुहार लगाकर अब हताश हो चुके थे, अब हम अपनी जमीन वापस पा नही सकते ऐसी मन में बात आने लगी थी। लेकिन शिवसेना के लोगों ने हमारा साहस बढ़ाया और हमारी आवाज़ उन्होंने सही ज़गह पहुंचाने में मदद किया जिससे हमें आज हमारी ज़मीन वापस मिल पाई है। हमें हमारे हक़ की ज़मीन आज सिर्फ़ शिवसेना और ख़ासकर अरुण पाण्डेय् जी के मदद के कारण ही वापस मिल पाया है। हमारे प्रतिनिधी में जब इस बारे में अरुण पाण्डेय् जी से चर्चा किया तब उनका कहना था कि उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धन्नजय सिंह परिहार ने शिवसेना में सदस्यता देते समय ही यह गुरुमंत्र सिखाया था कि जितना हो सके अपने हिस्से की मदद अवश्य करना होगा। जब भी कोई मज़बूर व जरुरतमंद लोग आपके पास किसी आशा में कोई मदद चाहे तब जरूर उनके साथ खड़े रहना और उनकी सिखाई इसी बात को आजतक मवरे अमल करते आ रहे हैं.. उन्होंने कहा कि.. मुझे मदद करने में आत्मशांति मिलती है और शिवसेना संस्थापक बालासाहेब जी का आशीर्वाद भी इस तरह मेरे ऊपर बना हुआ है। जब तक मुझमें प्राण वायु का संचार है मैं अपनी शक्ति अनुसार लोगों की मदद करते रहूंगा। शिवसेना नेता अरुण पाण्डेय् ने कहा कि जब तक ज़िले के बड़े अधिकारी ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं समाज़ में ग़रीब और मजबूर लोगों के साथ न्याय जरूर होगा। ग़रीब परिवार के साथ न्याय करके उनके हक़ की ज़मीन उन्हें वापस करवाने में मदद के लिए उन्होंने कलेक्टर नीरज बंसल का आभार माना है।

रिपोर्ट:- जितेंद्र जैन कोंडागांव

मो-7974489473