जिले में भाजपा युवा मोर्चा की दीवार दरकने लगी है। युवा मोर्चा विस्तार के एक हफ़्ते में ही इस्तीफ़े का दौर शुरू हो गया है पढ़िये पूरी खबर

जिले में भाजपा युवा मोर्चा की दीवार दरकने लगी है। युवा मोर्चा विस्तार के एक हफ़्ते में ही इस्तीफ़े का दौर शुरू हो गया है पढ़िये पूरी खबर
जिले में भाजपा युवा मोर्चा की दीवार दरकने लगी है। युवा मोर्चा विस्तार के एक हफ़्ते में ही इस्तीफ़े का दौर शुरू हो गया है पढ़िये पूरी खबर

जिले में भाजपा युवा मोर्चा की दीवार दरकने लगी है। युवा मोर्चा विस्तार के एक हफ़्ते में ही इस्तीफ़े का दौर शुरू हो गया है पढ़िये पूरी खबर

बालोद//बालोद जिले में भाजपा युवा मोर्चा की दीवार दरकने लगी है। युवा मोर्चा विस्तार के एक हफ़्ते में ही इस्तीफ़े का दौर शुरू हो गया है। मोर्चा की सप्ताह भर पहले गठित जिला कार्यकारिणी में शामिल शासकीय स्वाध्याय मंडल के देवेंद्र सिन्हा और जिला कार्यकारिणी सदस्य मयंक बाफना और रवि साहू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने पद से इस्तीफा देने वाले युवा नेताओं ने पत्र में लिखा है कि नई कार्यकारिणी में दिए गए पद के अनुरूप कार्य करने में वो असमर्थ है। अपने मंडल क्षेत्र में ही वो काम करना चाहते है। पद से इस्तीफा देने वाले तीनो युवा नेता खेरथा मंडल क्षेत्र से आते है। दरअसल मोर्चा कार्यकारिणी गठन बाद से ही खेरथा मंडल के वरिष्ठ नेताओं और सक्रीय कार्यकर्ताओं में गुस्सा देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोर्चा के गठन में जमकर मनमानी और गुटबाजी की गई है। मोर्चा की कार्यकारिणी में खेरथा मंडल को दरकिनार करने के भी आरोप लग रहे है। अब कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुले तौर सामने आने लगी है। युवा मोर्चा को भाजपा की रीढ़ माना जाता है ऐसे में युवा कार्यकर्ताओं के इन तेवरों ने जिले में भाजपा संगठन की चिंता बढ़ा दी है।

जानकारी देने से कर रहे परहेज

युवा मोर्चा के गठन बाद उभरा असंतोष और पनप रहा है। वहीं संगठन के जिम्मेदार ओहदों पर काबिज पदाधिकारी मीडिया से जानकारी छिपा रहे हैं। किसी का बयान असंतोष में घी का काम न कर जाए, इस डर से काेई बात करने को राजी नहीं है। भाजपा के जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार भी फोन नही उठा रहे।

नवगठित कार्यकारिणी में बड़ी गड़बड़ी

युवा मोर्चा को भाजपा की रीढ़ कहा जाता है लेकिन उसी युवा मोर्चा की नवगठित कार्यकारिणी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। भाजपा के जिलाध्यक्ष से अनुमोदित होकर जारी मोर्चा कार्यकारिणी सूची के सामने आते ही संगठन में जबर्दस्त घमासान मच गया है। बताया जा रहा है कि मोर्चा के जिला मंत्री बनाए गए सानू ठगेले प्राथमिक सदस्य तक नहीं हैं।

कार्यकारिणी में किया बड़ा खेल ●

मंडल स्तर के कई नेता सूची का विरोध करते हुए उसे अमान्य बताने लगे है। दरअसल मंडल अध्यक्ष द्वारा भेजे गए नामो को दरकिनार कर कुछ मंडलो में दूसरे की नियुक्ति की गई। इस बाबत लोगाें के द्वारा अपनी शिकायत प्रदेश नेतृत्व को बताने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी सूत्र बता रहे 7-8 मंडलो के द्वारा शिकायतों का जखीरा प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक को भेजा जा रहा है। इसे लेकर हलचल देखी जा रही है।

प्राथमिक सदस्य तक नही उसे बनाया पदाधिकारी

युवा मोर्चा की घोषित कार्यकारिणी में जिला उपाध्यक्ष, मंत्री और मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति में भी विवाद बताया जा रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संदीप साहू को मोर्चा का जिला उपाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि वह कुछ माह पहले ही बालोद ग्रामीण की राजनीति में आए है। बताया जा रहा है कि संदीप सक्रीय सदस्य भी नही है। वहीं कहा जा रहा है जिला मंत्री पद पर नियुक्त किए गए सोनू ठगेले की पार्टी में प्राथमिक सदस्यता तक नही है और न ही उसे दल्ली भाजपा मंडल के कार्यकर्मो या आंदोलनों में कभी देखा गया है। बावजूद इसके वर्षो से सक्रीय युवाओ को दरकिनार करते हुए पदाधिकारी बनाया गया है। हालांकि युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष आदित्य सिंह पिपरे इससे साफ इंकार कर रहे हैं। 

● शुरू हुई डैमेज कंट्रोल की कवायद ●

पार्टी में लगातार सक्रीय युवा अपना गुस्सा पदाधिकारियों पर निकाल रहे है। पार्टी व संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इसमें हस्तक्षेप से बच रहे थे। अंदरूनी लड़ाई सड़क पर आने से पहले पार्टी की साख बचाने बैठकों का दौर जारी है। मोर्चा कार्यकारिणी की घोषणा बाद पार्टी के अंदर खाने में डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर दी गई है।

असंतोष को दबाते नजर आए जिलाध्यक्ष ●

युवा मोर्चा गठन के महज एक हफ़्ते में धड़ाधड़ हुए तीन इस्तीफे को लेकर जिलाध्यक्ष आदित्य पिपरे से बात की गई तो वो मामले को दबाते नजर आए। उनका कहना था कि इस्तीफ़े की कोई जानकारी नही है। जबकि इस्तीफ़ा सीधे उनको पर्सनल व्हाट्सएप नंबर पर भी भेजा गया। बाकायदा उसे 10 जून गुरुवार को दोपहर 2.23 को रीड भी किया है, बावजूद उसके कि व्यक्तिगत रूप से न कोई संदेश आया है न किसी ने मुझे जानकारी दी है ये कहना कही न कही कार्यकारिणी गठन के बाद आक्रोश और असंतोष को दबाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।

रिपोर्ट-अरुण उपाध्याय बालोद

मो-9425572406