भाजपा नेता नगरपालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर सहित 6 लोगो पर F I R करने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने दिये निर्देश कूटरचना कर 13 लाख रूपये डकार गए ठेकेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारी

भाजपा नेता नगरपालिका अध्यक्ष  संतुलाल सोनकर सहित 6 लोगो पर F I R करने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने दिये निर्देश कूटरचना कर 13 लाख रूपये डकार गए ठेकेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारी
भाजपा नेता नगरपालिका अध्यक्ष  संतुलाल सोनकर सहित 6 लोगो पर F I R करने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने दिये निर्देश कूटरचना कर 13 लाख रूपये डकार गए ठेकेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारी

भाजपा नेता नगरपालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर सहित 6 लोगो पर F I R करने के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने दिये निर्देश

 कूटरचना कर 13 लाख रूपये डकार गए ठेकेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारी

मुंगेली// नगर पालिका क्षेत्र के परमहंस वार्ड में 17 लाख की लागत से नाली निर्माण होना था परंतु वहां एक ईंट रखे बिना ही ठेकेदार के नाम पर 1321818 रूपये भुगतान कर संबंधितों ने बंदरबांट कर लिया था।जिसकी शिकायत के बाद मामले में जांच हुई। रिपोर्ट में भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष संतूलाल सोनकर, तत्कालीन CMO विकास पाटले, इंजीनियर जेएस तिग्गा, अकलतरा सप्लायर ठेकेदार वसीम खान,लिपिक सियाराम साहू, लेखापाल आनंद निषाद की संलिप्तता पायी गयी। जिसके बाद सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। सभी का जवाब तो पहुंचा परंतु जवाब में विसंगति एवं विरोधाभास पाया गया।जिसके बाद कलेक्टर अजीत बसंत ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी मनीष वारे को मामले पर संबंधित सभी 6 लोगो पर एफआईआर कराने का आदेश जारी किया। साथ ही विभाग के सचिव को भी पत्र भेजा गया है।नगर पालिका में फर्जीवाड़ा में पहली बार इतनी जल्दी जांच एवं एफआईआर का आदेश जारी होने से अब कहा जाता सकता है कि फर्जीवाड़ा कर सरकारी पैसे को डकारने वालों की अब खैर नही है। एफआईआर आदेश की जानकारी होते ही फर्जीवाड़ा गैंग में हडकंप मच गया है।इस पूरे मामले पर नगर पालिका से जुड़े जानकार बताते हैं कि अभी जो खुलासा हुआ वह कुछ भी नहीं है।ऐसे बहुत से बड़े बड़े मामले हैं जो जांच के नाम पर दबे हुए हैं।उसमें जांच आज तक पूरी नहीं हो सकी है. सही तरह से उन सबमें भी जांच हो जाये तो कई चौंकाने वाले राज सामने आ सकते हैं।नगर पालिका हमेशा से घोटालों फर्जीवाड़ा एवं कमीशनखोरी के लिए सुखियों में रहा है।हमेशा जांच होती थी परंतु कई मामले आज तक जांच में ही लंबित हैं परंतु इस बार जल्द ही जांच एवं एफआईआर होने से फर्जीवाडा एवं कमीशनखोरी में अंकुश लगेगा।चर्चा अनुसार नगर पालिका में टेंडर लेकर काम करने वाले ठेकेदारों को 18 प्रतिशत की चढ़ोत्री के बाद ही भुगतान होता है।जबकि किसी भी ठेकेदार को भुगतान करने के पहले वार्ड पार्षद के जानकारी में भौतिक सत्यापन करा कर पेमेंन्ट कराया जाता है परंतु  इतने बड़े नाली निर्माण में 13 लाख का भुगतान करना संदेह के दायरे में आता है जो जांच में सही पाया गया। नगरपालिका में भाजपा के अध्यक्ष संतुलाल सोनकर सहित अधिकारी कर्मचारी ने नाली निर्माण में भ्रष्टाचार किया है।उक्त मामले पर कार्यवाही होनी चाहिए और अध्यक्ष को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।(फाइल फोटो)वरिष्ठ पार्षद एवं जिला कांग्रेस प्रवक्ता अरविंद वैष्णव अध्यक्ष को इस्तीफा दे देना चाहिए-ये तो होना ही था. सरकारी पैसे को डकार कर बंदरबांट करने वालों को अब बख्शा नहीं जायेगा जहां भी गड़बड़ी हुई है जांच कर कार्यवाही कराने सभी एक राय से आवाज उठा रहे हैं अब तो अध्यक्ष को इस्तीफा दे देना चाहिए।

हेमेन्द्र गोस्वामी प्रदेश कांग्रेस सचिव

 बिना नाली निर्माण के राशि आहरण किये जाने में फर्जीवाड़ा की पुष्टि एवं दोषियों को नोटिस के जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने के बाद सभी छह पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने सीएमओ को आदेश जारी किया गया है।

मुंगेली कलेक्टर अजीत वसंत *

रिपोर्ट-अजीत यादव जिला मुंगेली ब्यूरो 

*मो.9755116815*