बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ

बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ
बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ
बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ
बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ

बालोद कॉलेज के पूर्व लैब टेक्नीशियन ठाकुर के शोक कार्यक्रम में अचानक पहुंचे संसदीय सचिव, शोक संवेदना प्रकट करते हुए दी श्रद्धांजलि, परिवार के लोगों से कहा - मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ

 अर्जुन्दा - अर्जुन्दा खुटेरी के रहने वाले प्रतिष्ठित नेतराम ठाकुर का निधन गुरुवार को हो गया। सुबह 9 बजे अंतिम कार्यक्रम की तैयारियां चल ही रही थी तभी अचानक छग शासन संसदीय सचिव व गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद अचानक खुटेरी पहुंचे और स्व. नेतराम ठाकुर को श्रद्धांजलि दी। कुंवर ने परिवार के लोगों से कहा मैं यहां का बड़ा बेटा हूँ आप लोग धीरज रखें। दुःखत घड़ी है लेकिन उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए हमें खुद को संभालना भी जरूरी है। स्व. ठाकुर के बेटे बालोद निवासी नगर पालिका के पूर्व पार्षद व कांग्रेसी नेता मनोज ठाकुर से कहा कि नेतराम चाचा का हृदय विशाल था। विनम्र स्वभाव से ही वह जाने जाते थे। जिसे बालोद और अर्जुन्दा क्षेत्र की जनता जीवन भर याद रखेगा। बड़ा बेटा पूर्व पार्षद मनोज ठाकुर, जनपद सदस्य प्रेम कुमार गोरे और प्रभारी सरपंच सरोज गोरे, दक्ष ठाकुर से विधायक ने कहा कि स्व. ठाकुर जी के जाने के बाद अब पूरी जिम्मेदारी आप लोगों की है कि घर के साथ-साथ समाज, गांव और क्षेत्र को नई दिशा देने में सहयोग करें। बता दें श्री ठाकुर लंबे समय तक बालोद के गवर्मेंट कॉलेज में लैब टेक्नीशियन के रूप में सेवा दी है। रिटायमेंट के बाद में अपने कुन्दरूपारा निवास में ही रह रहे थे। कुछ दिनों से अस्वस्थ रहे और वहीं अंतिम सांस ली। इसके बाद खुटेरी लाया गया। इस दौरान अंतिम यात्रा में पूरा गांव और जिले भर के लोग शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के जिला संयोजक शशिभूषण चंद्राकार, मोहन लाल यादव, दक्ष ठाकुर, बेनी रात्रे, इंजीनियर योगानंद सोम, मुकेश कोर्राम, प्रहलाद कंवर, मजदूर नेता देवेंद्र साहू, डी देशमुख, विक्रम कंवर, विनोद कंवर, ईग लाल कंवर, रोहित साहू, उत्तम ठाकुर, केतराम कोसमा, केशव गोरे, समाजसेवी धर्मेंद्र निषाद, डिगेन्द्र तारम, खेमराज पिस्दा, लोकेश खरे शामिल रहे।