बाईक चलाते हुए घोर नक्सल क्षेत्र पहुंचे पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल, अपने एसपी से मिलकर खुश हुए ग्रामीण और बच्चे

बाईक चलाते हुए घोर नक्सल क्षेत्र पहुंचे पुलिस अधीक्षक  गिरिजा शंकर जायसवाल, अपने एसपी से मिलकर खुश हुए ग्रामीण और बच्चे
बाईक चलाते हुए घोर नक्सल क्षेत्र पहुंचे पुलिस अधीक्षक  गिरिजा शंकर जायसवाल, अपने एसपी से मिलकर खुश हुए ग्रामीण और बच्चे
बाईक चलाते हुए घोर नक्सल क्षेत्र पहुंचे पुलिस अधीक्षक  गिरिजा शंकर जायसवाल, अपने एसपी से मिलकर खुश हुए ग्रामीण और बच्चे

पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने बाईक से पहुंचे सुदुरवर्ती नक्सल क्षेत्र कड़ेनार और कड़ेमेटा

बाईक चलाते हुए घोर नक्सल क्षेत्र पहुंचे पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल, अपने एसपी से मिलकर खुश हुए ग्रामीण और बच्चे

नारायणपुर:- पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल स्वयं बाईक चलाते हुए जिला नारायणपुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कड़ेनार और कड़ेमेटा पहुंचे। जहां उन्होने कैम्प की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, उसके बाद प्रभारी अधिकारियों की मीटिंग लेकर क्षेत्र की संवेदनशीलता की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान प्रभारी अधिकारियों और जवानों को निर्देशित किया कि प्रभावी नक्सल अभियान के साथ-साथ स्थानीय निवासियों, खासकर महिलाओं और बच्चों के साथ परिवारिक सदस्यों की तरह सद्भावनापूर्वक व्यवहार करें। ग्रामीणों की हर संभव मदद करने में आगे रहें, ताकि लोगों के मन में काल्पनिक फिल्मों के माध्यम से दिखाई गई खराब छवि मिट सके और पुलिस की सही और साफ-सुथरी छवि लोगों के दिलो-दिमाग में छप सके। बैठक के दौरान जवानों से बात करते हुए उन्हें बेहतरीन जीवन जीने के लिये प्रेरित करते हुए ड्यूटि के साथ-साथ कैम्पस की साफ-सफाई और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिये खेल-मनोरंजन और सद्भावनायुक्त रिलेशन को प्राथमिकता में रखने की बात कही। उन्होने कहा कि अनुशासन अच्छी जीवन शैली की मूल आधारशीला है इसलिए न सिर्फ विभागीय अनुशासन वरन् व्यक्तिगत अनुशासन को भी अपने आचरण में शामिल करें।

कैम्प की सुरक्षा व्यवस्था की जायजा लेने और क्षेत्र की संवेदशीलता की समीक्षा करने के बाद पुलिस अधीक्षक जायसवाल स्थानीय बाजार गये। बाजार में लोगों से मिलकर बातें की, उनकी समस्याएं सुनी तथा कुछ जरूरतमंद लोगों के लिये आवश्यक सामग्री खरीदकर उन्हें वितरित किये तथा बच्चों को चाॅकलेट और बिस्किट बांटे। स्थानीय लोग पुलिस अधीक्षक को अचानक अपने बीच स्थानीय बाजार में उपस्थित पाकर, जरूरतमंद लोगों के लिये आवश्यक सामग्रीखरीदकर उन्हें वितरित करते और बच्चों के प्रति उनके प्रेम को देखकर अत्यंत खुश हुए।