प्रोटोकॉल तोड़कर सांसद मोहन मंडावी पहुंचे भारतीय सेना के परिजन को ढाढस बंधाने!

प्रोटोकॉल तोड़कर सांसद मोहन मंडावी पहुंचे भारतीय सेना के परिजन को ढाढस बंधाने!
प्रोटोकॉल तोड़कर सांसद मोहन मंडावी पहुंचे भारतीय सेना के परिजन को ढाढस बंधाने!

प्रोटोकॉल तोड़कर सांसद मोहन मंडावी पहुंचे भारतीय सेना के परिजन को ढाढस बंधाने!

ग्राम रजौली के छोटे से गांव में रहने वाले युवराज चंद्राकर जोकि 14 अगस्त 2017 में देश की सेवा का जज्बा लेकर सेना में भर्ती हुए थे!लंबे समय तक लद्दाख जैसे क्षेत्र में पदस्थ रहे युवराज चंद्राकर का अभी हाल में ही पठानकोट तबादला हुआ था!इसी दौरान वह छुट्टी बिताने अपने जन्मभूमि रजौली पहुंचे थे!छुट्टी बिताने के बाद यूनिट में वापसी का आदेश मिलने पर युवराज चंद्राकर अपने ड्यूटी निभाने 1 जनवरी को घर से एक साथी के साथ निकले थे! इसी दौरान निर्माणाधीन सड़क अंडा के पास एक सड़क हादसे में सदा सदा के लिए युवराज के सीने में देश सेवा के लिए धधक रही ज्वाला को शांत कर दिया! जब घटना घटित हुई तब क्षेत्र के लोकसभा के बजट सत्र में शामिल होने दिल्ली में थे! उन्होंने उस वक्त परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए जल्द ही परिवार से मुलाकात करने की बात कही थी! शनिवार को दिल्ली से लौटते हैं सर्वप्रथम सांसद मोहन मंडावी अपना प्रोटोकॉल तोड़ते हुए सीधे जवान के परिजनों से मिलने उनके निवास पहुंचे। उन्होंने युवराज जैसे वीर जवान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुवे कहा कि यह घटना गांव क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है! युवराज जैसे वीर जवान पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है! उसके साथ ही जवान के पिता यमुना प्रसाद चंद्राकर एवं माता सीतेश्वरी चंद्राकर को भी प्रणाम करता हूँ!जिन्होंने ऐसे वीर बालक को जन्म देकर भारत माता की सेवा के लिए सौंपा!