*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*

*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*
*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*
*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*
*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*

*पुलिस ने मनाया भूमकाल दिवस, नारायणपुर जिला के सभी पुलिस थाना क्षेतान्तर्गत जवानों ने अमर शहीद गुण्डाधुर को किया श्रद्धासुमन अर्पित*

पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुंदरराज पी. की पहल पर पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल, आईपीएस के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुुलिस अधीक्षक नीरज चन्द्राकर के नेतृत्व में भूमकाल आंदोलन के महानायक अमर शहीद गुण्डाधुर की स्मृति में जिला नारायणपुर के सभी पुलिस थाना क्षेत्रान्तर्गत पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा भूमकाल दिवस मनाया गया। इस दौरान सभी थाना क्षेत्रान्तर्गत अमर शहीद गुण्डाधुर के योगदान और आदर्शों को याद करते हुए उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। भूमकाल दिवस के अवसर पर पुलिस ने कार्यक्रम आयोजित कर स्थानीय नागरिकों और छात्र-छात्राओं को अमर शहीद गुण्डाधुर के योगदान से अवगत कराते हुए उन्हे मानव अधिकारों से अवगत कराया गया। उल्लेखनीय है कि अमर शहीद गुुण्डाधुर के नेतृत्व में सन् 1910 में बस्तर में हुए भूमकाल आंदोलन में आदिवासियों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर संघर्ष किया था। अमर शहीद गुुण्डाधुर का जीवन अत्यंत संघर्ष मय रहा। वे संघर्ष के विरुद्ध एक महानायक के रूप में ख्याति प्राप्त करने में सफल रहे। उन्होनें अत्यंत सीमित संसाधनों के बावजूद अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेकर बस्तर के मूल निवासियों के अधिकारों के लिये अपनी शहादत दी है। भूमकाल दिवस के अवसर पर श्री जायसवाल ने कहा कि बस्तर अमर शहीद गुुण्डाधुर के योगदान के लिये चीरऋणी है। आदिवासी अधिकारों और अस्मिता की लड़ाई में अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर शहीद गुण्डाधुर का जीवन हमें प्रेरित करती है कि हम उनके पद चिन्हों पर चलें। श्री जायसवाल ने लोगों से अपील की है कि बस्तर के हर नागरिक को गरिमामय तरीके से जीने का अधिकार है। इसके लिये आवश्यक है कि बस्तर के हर गांव में आंगनबाडी, स्कूल-काॅलेज, अस्पताल, राशन दूकान, सड़क, पुल-पुलिया, बिजली, पानी और मोबाईल टाॅवर हो तथा बस्तर का हर व्यक्ति निर्भिक होकर जीवन जी सकें।