उड़िया कैप के लोगो ने रेल्वे जमीन से नही हटाये जाने को लेकर विधायक को सौपा ज्ञापन

उड़िया कैप के लोगो ने रेल्वे जमीन से नही हटाये जाने को लेकर विधायक को सौपा ज्ञापन
उड़िया कैप के लोगो ने रेल्वे जमीन से नही हटाये जाने को लेकर विधायक को सौपा ज्ञापन

उड़िया कैप के लोगो ने रेल्वे जमीन से नही हटाये जाने को लेकर विधायक को सौपा ज्ञापन

बालोद-नगर पालिका के वार्ड 19 पाररास रेलवे फाटक स्थित उड़िया कैप में 30 परिवार वर्षों से निवासरत है।जिसे रेलवे ने यहां निवासरत 30 लोगों को 01 फरवरी को नोटिस जारी कर 28 फरवरी तक जमीन खाली करने कहा है। इसके बाद से लोगों में हड़कंप है। जिसके कारण वर्षों से निवासरत लोगों को मालिकाना हक नहीं मिल पाया है। अपने स्थायित्व, बच्चोंं व परिवार के भविष्य को लेकर चिंता सताते रहती है।उड़िया कैप के लोगो की परेशानी को देखते हुए शुक्रवार को विधायक संगीता सिन्हा लोगो के बीच पहुचे ।इस दौरान लोगो ने पुनः स्थापना व रेलवे जमीन से नही हटाये जाने की मांग को लेकर विधायक को ज्ञापन सौपा। इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा ने रेलवे के डीआरएम और कलेक्टर से बात कर व्यस्थापन करने के बाद हटाने का आश्वासन दिया जिस पर लोगो ने खुशी जाहिर करते हुए विधायक का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।बता दे कि उड़िया कैप के लोगो ने शुक्रवार को रेलवे से बेदखल नही करने और 3 से 4 वर्ष तक समय देने की मांग को लेकर अपर रेल मंडल व राज संपदा अधिकारी दक्षिण पूर्व रेलवे रायपुर को ज्ञापन सौपा।

 उड़िया कैप के लोगो ने रेल्वे जमीन से नही हटाये जाने को लेकर विधायक को सौपा ज्ञापन

 उड़िया कैप में निवासरत लोगो ने बताया कि नगर पालिका सीमा क्षेत्र वार्ड 19 रेल्वे जमीन पर तीस परिवार झुग्गी झोपड़ी और कच्ची मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। हम लोग दादा परदादा के समय से रह रहे हैं । कैप में निवासरत सभी लोग गरीबी रेखा में जीवन यापन करने वाले गरीब मजदूर है। हमारे छोटे छोटे बच्चे है। हमारी इतनी हैसीयत नहीं है कि हम लोग जमीन खरीद कर मकान बना सकें। कोमल सिंह ने बताया कि रेल प्रशासन द्वारा 25 फरवरी को अपर मण्डल रेल प्रबंधक रायपुर के समक्ष हमें बुलाया गया था। हम सब मण्डल रेल के समक्ष प्रस्तुत हुए थे एवं तीन वर्ष का समय मांगे थे। अभी एक वर्ष ही हुआ है और हमें 28 फरवरी को जमीन खाली करने के लिए आदेश जारी किया गया है। जिससे कारण सभी मोहल्लावासी दहशत में है। छोटे छोटे बच्चे भयभीत हो गये है। परिवार के लोग डर से बीमार हो गये है। हम लोग जाये तो जाये कहां हमारा कोई भी आधार नहीं है। बच्चे एक वक्त का भोजन भी ठीक से नहीं खा पा रहे है।

 उड़िया कैप के लोगो ने जब तक हमारा व्यवस्था न हो जाये हमें उक्त स्थान से नहीं हटाये जाने की मांग विधायक से की है।

 उड़िया कैप के लोगो ने 3 से 4 वर्षों तक बेदखल नही करने की मांग को लेकर अपर रेल मंडल प्रबंधक एवं राज सपदा अधिकारी रायपुर को सौपा ज्ञापन

 उड़िया कैप के लोगो द्वारा रेलवे के अधिकारी को सौपे गए ज्ञापन में बताया कि हम लोग दादा परदादा के समय से यहां रह रहे हैं। निवासरत सभी गरीब परिवार से आते है और रोजी मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं। हमारे छोटे-छोटे बच्चे है। जब से हमें नोटिस मिला है, तब से हमारे परिवार एवं बच्चे एक वक्त का भोजन भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। पूरे मोहल्ले के लोग दहशत में बीमार हो गये है।

 कलेक्टर और पालिका को कई बार मदद की लगाई गुहार

 विजेंद्र कुमार के बताया कि उक्त समस्या का समाधान करने के लिए नगर पालिका व कलेक्टर के पास कई बार आवेदन कर चुके है किन्तु हमारी मदद आज तक शासन प्रशासन ने नहीं सुनी है। उक्त जमीन से बेदखल किया जाएगा तो हम लोग कहां जायेगें।जिस वक्त रेल्वे भूमि की आवश्यकता वास्तविक रूप से होगी। उस समय खाली कर देने की बाते उड़िया कैप के लोगो द्वारा कही जा रही है। मुहल्लेवासियों ने उक्त जमीन पर 3 से 4 वर्ष का समय देने के साथ ही अन्य जगह पर जाकर बस सकें। हम लोग रोज कमा कर खाने वाले है। हमारा कोई आधार नहीं है। हम लोग झोपडपट्टी बनाकर कच्ची मकान में रह रहे है, हमारी हैसियत नहीं है कि हम लोग जमीन खरीदकर मकान बना सके।इस दौरान विधायक के साथ प्रमुख रूप से रामजी भाई पटेल, दाऊद खान, साजन पटेल, दिनेश्वर साहू, आबिद मलिक, शेख गुलाम शामिल थे।