एक शख्स ऐसा भी जो हर तीज त्योहार उन झुग्गी बस्तियों में जाकर हर वर्ष मानते हैं । करते है उनकी जरूरत के सामानों का अपनी स्थिति अनुसार मदद

एक शख्स ऐसा भी जो हर तीज त्योहार उन झुग्गी बस्तियों में जाकर हर वर्ष मानते हैं । करते है उनकी जरूरत के सामानों का अपनी स्थिति अनुसार मदद

एक शख्स ऐसा भी जो हर तीज त्योहार उन झुग्गी बस्तियों में जाकर हर वर्ष मानते हैं । करते है उनकी जरूरत के सामानों का अपनी स्थिति अनुसार मदद

बालोद :- किसी भी पर्व को मनाने का सबका अलग अलग अंदाज होता है। हिंदू समाज द्वारा चैत्र शुक्ल एकम को नववर्ष मनाया गया। कल से ही नवरात्र भी प्रारंभ हुई। खुशी में लोग अपने घरों में मिठाई पकवान भी बनाते हैं। हिंदू नव वर्ष नवरात्र एकम् को बलराम सार्वा पिछड़ी बस्तियों में जाकर लोगों के साथ मनाते हैं। इस वर्ष वे बालोद के जवाहर पारा आमा तालाब वार्ड 11 के निवासियों के साथ मनाया। उस इलाके में उच्च तथा मध्यम वर्ग के लोग नगण्य है। बलराम साहू ने मोहल्लेवासियों को मिठाई, चॉकलेट, पेन कॉपी के साथ ही प्रेरणादायी व समाज सुधार, नशा मुक्ति, सादा जीवन उच्च विचार जैसे अनेक विभिन्न पुस्तक प्रदान किया। फिर मोहन मंडावी के घर के सामने संक्षिप्त चर्चा में उसने कहा कि- सिर्फ अंधाधुंध मेहनत से ही आर्थिक स्थिति नहीं सुधरती, बल्कि पैसे का सदुपयोग व भविष्य के लिए बचत भी जरूरी है। बच्चों की पढ़ाई, उचित स्वास्थ्य देखभाल आदि भी आवश्यक है। शराब सहित अन्य नशापान से तन व धन के साथ ही परिवार भी परिवार होता है। नशा से हम दूर रहें। मोहल्ले में ही आंगनबाड़ी व स्कूल है, वहां हर बच्चों को जरूर भेजें। पढ़े लिखे होने से शासन की हर योजना का लाभ स्वयं जा पर ले सकते हैं, किसी दूसरे पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ती। पढ़ लिख कर स्वालंबी बना जा सकता है। उपस्थितों द्वारा अधिकतर लड़कियों को स्कूल नहीं भेजने की जानकारी मिलने पर श्री साहू ने बताया कि- आजकल हर क्षेत्र में लड़कियां अपनी सेवा दे रही है। लड़के लड़कियां समान हैं। उस पर पढ़ाई सहित अन्य में भेदभाव ना करें। आगे उन्होंने कहा कि- स्वच्छता का ध्यान रखेंगे तो हम कम बीमार पड़ेंगे या हो सकता है बीमार ही ना पड़े। हम स्वयं अपने शरीर सहित आसपास को भी स्वच्छ बनाए रखें। तबीयत खराब होने पर डॉक्टर के पास ही जाएं, किसी अन्य झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़े। बलराम सार्वा ने इस अवसर पर उस मोहल्ले के प्रमुख सियान गब्दू मंडावी बैगा को भगवा गमछा भेंट किया। विदित हो कि बलराम साहू समाज सेवा, पिछड़ापन उत्थान, धार्मिक सामाजिक सांस्कृतिक एकता, राष्ट्रीय कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहते हैं। शिक्षा सत्र प्रारंभ में स्कूली बच्चों को पाठ्य सामग्री भी प्रदान करते हैं। विगत शिक्षा सत्र में डौंडीलोहारा विकासखंड के कलकसा स्कूल के छात्र छात्राओं को पठन-पाठन सहायक सामग्री प्रदान किया था। वह 1996 से हर वर्ष लगातार 15 अगस्त आजादी पर्व पर शहीदों की याद में मुंडन कराते आ रहे हैं। मुंडन पश्चात ही ध्वजारोहण में शामिल होते हैं। वे क्रेडा (सौर ऊर्जा विभाग) कलेक्ट्रेट बालोद सिवनी में अपनी सेवा दे रहे हैं। कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय पर्व पर उनकी स्वरचित देश प्रेम कविता हर वर्ष गूंजता है। शनिवार नवरात्र प्रारंभ में बलराम सार्वा की इस अपनापन से वार्डवासी मोहन मंडावी, दुर्गु नेताम, चंदन रगड़े, मोहन सारथी, सुनील नेताम, सुखिया मंडावी, पुष्पा नेताम, कुमारी मंडावी, जानकी नेताम, मिहिर भारती, कुणाल नेताम, नमन भारती, किशन मंडावी, हर्ष भारती, समीर बस्तरिया, राहुल नेताम, अंश सोनवानी, बोदा बस्तरिया, तामू नेताम, वीर नेताम, देव कुमार नेताम, पीयूष नेताम, गज्जू नेताम, करुणा नेताम सहित मोहल्ले वासी बड़ी खुश नजर आए। हिंदू धर्म व नवरात्र की महिमा एवं जीवन सुधार पर चर्चा से सभी भावविभोर हुए। हिंदू नव वर्ष की एक दूसरे को बधाइयां दी।

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