चैत्र नवरात्रि की पंचमी के अवसर पर बुधवार को देवी मंदिरों में माता का विशेष श्रृंगार हुआ।इसके साथ ही देवी मंदिरो में ज्योति कलश में और कलश चढ़ाई गई।

चैत्र नवरात्रि की पंचमी के अवसर पर बुधवार को देवी मंदिरों  में माता का विशेष श्रृंगार हुआ।इसके साथ ही देवी मंदिरो में ज्योति कलश में और कलश चढ़ाई गई।
चैत्र नवरात्रि की पंचमी के अवसर पर बुधवार को देवी मंदिरों  में माता का विशेष श्रृंगार हुआ।इसके साथ ही देवी मंदिरो में ज्योति कलश में और कलश चढ़ाई गई।

चैत्र नवरात्रि की पंचमी के अवसर पर बुधवार को देवी मंदिरों में माता का विशेष श्रृंगार हुआ।इसके साथ ही देवी मंदिरो में ज्योति कलश में और कलश चढ़ाई गई।

बालोद-चैत्र नवरात्रि की पंचमी के अवसर पर बुधवार को देवी मंदिरों में माता का विशेष श्रृंगार हुआ।इसके साथ ही देवी मंदिरो में ज्योति कलश में और कलश चढ़ाई गई। मंदिरों में इसकी तैयारी पहले से ही कर ली गई थी। जिले के सबसे बड़ा धार्मिक स्थल माँ गंगा मैया में सुबह से ही भक्तो की कतारे लग रही हैं, रोजाना सैकड़ो श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर झलमला स्थित गंगा मैया के दर्शन करने पहुच रहे हैं।

 गंगा मैया परिसर में लगा मेला

 चैत्र नवरात्र पर गंगा मैया परिसर में मेला लगाया गया है। माता के दर्शन के बाद प्रदेशभर से आने वाले श्रद्धालु मेला का आंनद लेते हैं। वहीं मंदिर परिसर के बाहर लगे घास का मनोरम दृश्य देखकर खुश होते हैं। इधर सुबह से रात तक चल रहे धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग लाभ उठा रहे हैं।इस बार गंगा मैया मन्दिर में भक्तो के लिए माता का दर्शन आन लाइन दर्शन करने की सुविधा दी गई हैं। गंगा मैया मन्दिर में दर्शन करने आये सभी लोगों के लिए मंदिर ट्रस्ट द्वारा 5 रुपये में पूड़ी सब्जी और 10 रुपये में खाना भी व्यवस्था की गई थी।

 गंगा मैया मंदिर में भक्तों की लग रही कतारे

 नवरात्रि के चलते बालोद जिले के झलमला स्थित मां गंगा मैया मंदिर में रोजाना सुबह से शाम तक भक्तों की कतारें लग रही हैं. इन नौ दिनों में माता के अलग-अलग रूपों की पूजा का अपना अलग ही महत्व है. रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर झलमला स्थित गंगा मैया के दर्शन करने पहुंच रहे हैं।मान्यता के अनुसार भक्त मंदिर पहुंचकर माता को अपनी समस्याएं सुनाते हैं. जिन भक्तों की मनोकमना पूरी हो जाती है वह मंदिर पहुंच कर विषेश पूजा-अर्चना करते हैं. नवरात्रि के चलते मंदिर में रोजाना पूजन के साथ-साथ विभिन्न भक्तिमय कार्यक्रमों का दौरा भी जारी है. इन कार्यक्रमों में भक्त दूर-दराज के इलाकों से शामिल होने पहुंच रहे हैं.