महुआ फूल से ग्रामीण खुश हैं वनांचल के लोग एक परम्परा

महुआ फूल से ग्रामीण खुश हैं वनांचल के लोग एक परम्परा
महुआ फूल से ग्रामीण खुश हैं वनांचल के लोग एक परम्परा

महुआ फूल से ग्रामीण खुश हैं वनांचल के लोग एक परम्परा

बागबाहरा वनांचल ग्रामीण जंगली क्षेत्रों के ग्रामीण महुआ फूल को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं/ ग्राम बोकरामुडां खुर्द/ग्राम बोकरामुडां कला/छीनदादर / कण्डिझर /घोठयापानी/मडीयपारा/ जो ग्रामीणों के आय का प्रमुख जरिया बना हुआ है इन क्षेत्रों में फ़रवरी से मई माह के बीच तरह तरफ महुआ गंध का आभास होता है महुआ वृक्षों के झंडे हुए फूलों को चुनना.वे धूप व गर्मी बढ़ने से पहले ही फूलों को चून लेते हैं जगह जगह महुआ फूलों के ढेर और उनकी भरी बांस की टोकरियों नज़र आती हैं झोपड़ियों के छप्परों और आंगन में लोग महुआ फूलों को सुखने रखतें हैं प्रत्येक ग्रामीण परिवार इस समय अधिक से अधिक महुआ फूल एकत्रित कर लेना चाहता हैं परंतु स्थानीय व्यापारी 30से50 रूपए प्रति किलोग्राम में महुआ फुल की खरीदी करते हैं।

रिपोर्ट-हेमसागर यादव