बालोद जिला में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जामड़ी आश्रम मामले को लेकर शांतीपूर्ण बन्द का आव्हान किया गया था।

बालोद जिला में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जामड़ी आश्रम मामले को लेकर शांतीपूर्ण बन्द का आव्हान किया गया था।
बालोद जिला में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जामड़ी आश्रम मामले को लेकर शांतीपूर्ण बन्द का आव्हान किया गया था।

बालोद जिला में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जामड़ी आश्रम मामले को लेकर शांतीपूर्ण बन्द का आव्हान किया गया था।

बालोद-बालोद जिला में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जामड़ी आश्रम मामले को लेकर शांतीपूर्ण बन्द का आव्हान किया गया था। लेकिन बालोद जिला के गुण्डरदेही में बंद के दौरान कतिपय कुछ लोगों ने व्यापारियों से मारपीट किये, उनसे गाली गलौच कर हिंसात्मक तरीके से बंद को अंजाम देना चाहे, जिससे कई व्यापारियों को चोट भी आई जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया । सांसद मोहन मण्डावी ने इस घटना की कड़ी निन्दा करते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ाने वाले पर कड़ी कार्यवाही की माँग की है। सर्व आदिवासी समाज द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से अपनी माँगों को लेकर जिला बंद का आव्हान करना समझ तो आता है लेकिन आदिवासियों के नाम पर आखिर राजनीति करने वाले कौन है ऐसे लोग जिनका आदिवासी समाज से कोई लेना देना नहीं है ऐसे कथित दंगा फैलाने वाले लोगों व उनके संगठन पर प्रतिबंध लगाकर कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाए।

सांसद ने कहा कि गुण्डरदेही एक शांतिप्रिय शहर है।

जहाँ सभी वर्ग के लोग मिलजुलकर रहते है। ऐसे शांतिप्रिय जगह में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा डंडा व हाथियार से लैस होकर मारपीट कर शांत वातावरण को अशांत किया गया है। यह घटना अत्यंत ही निदनीय है, इस घटना को सांसद मोहन मण्डावी ने गंभीरता से लेते हुए बालोद कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को घटना के दोषियों को संज्ञान में लेकर शीघ्र कार्यवाही करने को कहा हैं । सांसद ने इस घटना में घायल हुए व्यापारियों के शीघ्र ही स्वस्थ्य होने की कामना के साथ नगरवासियों से शांति बनाये रखने की अपील किये है।