ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*

ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*
ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*
ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*
ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*

ग्राम पंचायत चिटौद ने मनाया मितानिन दिवस साड़ी एवं श्रीफल से हुए स्वयंसेवी मितानिन व प्रेरक सम्मानित*

गुरुर

किसी भी कार्य में जब सेवा का भाव आत्मसात हो जाता है, तब उस कार्य की पूर्णता में आने वाली हर चुनौतियां सहज रूप से ही रास्ते छोड़ते जाते हैं; कुछ यूँ जज्बे और समर्पण के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मितानीन के रूप में कार्यरत महिलाएं बगैर किसी मानदेय के ही समाज एवं राष्ट्र के मजबूत पीढ़ी निर्माण में निर्बाध गति से कर्तव्य में लगी हुई हैं |

*राज्य शासन की अपील पर जनप्रतिनिधियों ने निभाई अपनी जिम्मेदारी*

छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री माननीय टी एस सिंहदेव की अपील पर आज 23 नवंबर 2020 को मितानिन दिवस का आयोजन ग्राम पंचायत चिटौद के सभा हॉल में किया गया | ग्राम पंचायत के मुखिया पुरुषोत्तम सिन्हा के मार्गदर्शन एवं उपसरपंच जीवन लाल ठाकुर, पंचगण सुकालू फुटान, निर्मल साहू, श्रीमती कुमारी बाई साहू, श्रीमती अमरिका साहू, श्रीमती अनुसूईया सूर्यवंशी तथा पंचायत सचिव मनोज कुमार साहू के संयोजन में गांव के 7 मितानिनों श्रीमती तुलसी जोगी, श्रीमती भागेश्वरी साहू, श्रीमती चंद्रिका टांडे, श्रीमती विद्या उईके, श्रीमती कामिनी साहू, श्रीमती सरस्वती भांडुलकर, श्रीमती जानकी साहू तथा प्रेरक श्रीमती शशिकला साहू का सम्मान साड़ी एवं श्रीफल प्रदान कर किया गया |

*शिशु मृत्यु दर में कमी व माताओं के स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन - ईश्वरी कुमार*

आयोजन का संचालन कर रहे सहायक शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में विगत दो दशकों से अनुकरणीय उदाहरण के रूप में मितानिनें अपना कार्य सेवा और समर्पण के साथ कर रही हैं, जिससे आम लोगों में संतुष्टि का भाव, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर, शिशु मृत्यु दर में काफी कमी, माताओं के स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिले हैं | गाँवों में दाई की जिम्मेदारी को अब ये सुरक्षित रूप में हर पल निभा रही हैं |

*गांव में स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं मितानिनें - शशिकला*

मितानिनों के प्रेरक श्रीमती शशिकला साहू ने इस कार्य क्षेत्र में आने वाली हर गतिविधियों एवं चुनौतियों की जानकारी दी | उन्होंने कहा कि शासन की हर योजना, अभियान, गली भ्रमण टीकाकरण, गर्भवती जांच आदि को ये मितानिनें बिना किसी मानदेय के ही सेवा भाव के साथ पूर्ण कर रही है |

*घरेलू विरोध के बावजूद निभा रही हैं जिम्मेदारी*

अपने अनुभव कथन के दौरान श्रीमती भागेश्वरी साहू एवं कामिनी साहू ने बताया कि उन्होंने अपने घरेलू गृहस्थी के चुनौतियों से जूझते हुए विगत 2004 से व्यक्तिगत डर को दूर करते हुए विभिन्न संकट में गांव के लोगों की सेवा की है | अस्पताल में निर्भीकता के साथ डॉक्टरों से परिचय करते हुए लोगों की स्वास्थ्य की बेहतर करने में मदद की है | जनप्रतिनिधियों के तरफ से वार्ड 6 की पंच श्रीमती कुमारी बाई साहू ने सभी के सेवा को सराहना की |

*सरस्वती व कामिनी साहू ने मितानीन गीत प्रस्तुत किए*

*वैश्विक संकट कोरोना कॉल की जमीनी प्रहरी में मितानिनें- पुरुषोत्तम सिन्हा* गांव के प्रथम नागरिक एवं सरपंच पुरुषोत्तम सिन्हा ने विगत मार्च माह से लेकर अभी तक वैश्विक संकट से जूझ रहे पूरे देश दुनिया के बीच अपने गांव की जनता की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य देखभाल में कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए इन मातृशक्तियों को साधुवाद दिया, साथ ही इन मितानिनों के समूह को आगामी समय में भी प्रोत्साहन देते रहने का भरोसा दिलाया |

*शिक्षक, सचिव व कोटवार का भी अभिनन्दन किया गया

|* मितानीन दिवस के अवसर पर पँचायत के द्वारा शासकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा, शासकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधापाठक काशी राम साहू, पंचायत सचिव मनोज कुमार साहू तथा ग्राम कोटवार मुकेश कुमार देवदास का भी श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया|इस दौरान गाँव से श्रीमती मालती सिन्हा, श्रीमती केश्वरी सालुंके, श्रीमती इंद्राणी, पंचायत सेवादार दशरथ मंडावी, फोटोग्राफी हेतु कौशल, सामुएल, वेदप्रकाश,डिगेश सहित गणमान्य माताएँ व बच्चे उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-ऋषभ पांडे गुरूर