हिंदी दिवस पर विद्यालयीन शिक्षा में हिंदी अध्धयन विषय पर केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया गया

हिंदी दिवस पर विद्यालयीन शिक्षा में हिंदी अध्धयन विषय पर केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया गया

हिंदी दिवस पर विद्यालयीन शिक्षा में हिंदी अध्धयन विषय पर केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया गया
बालोद:-- राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर स्वप्रेरित शिक्षक समूह की ओर से विद्यालयीन शिक्षा में हिंदी विषय पर संकेंद्रित वेबिनार का आयोजन किया ।आयोजन की शुरुआत में चित्रमाला राठी ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।प्रमुख वक्ता के रूप में चर्चा करते हुए जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान दुर्ग के वरिष्ठ व्याख्याता व्ही मूर्ति ने नवीन शिक्षा नीति के सन्दर्भ में हिंदी भाषा विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भाषा मनुष्य की अभिव्यक्ति का माध्यम है बच्चा विद्यालयीन परिवेश में अपने घरेलू भाषा मे आत्मविश्वास के साथ सहज रूप से सीखता हैओ।अतः नई शिक्षा नीति भाषा के त्रिभाषायी स्वरूप पर केंद्रित है जहाँ बच्चो को उनकी प्राम्भिक शिक्षा उनके घरेलु भाषा मे दिए जाने का प्रावधान है।डाइट के सहायक प्राध्यापक डी के बघेल जी ने भाषा शिक्षण में सीखने के प्रतिफल विषय पर केंद्रित व्याख्यान दिए।शिक्षाविद व प्राचार्य अरुण साहू ने आज के इसदौर में अंग्रेजी के बढ़ते प्रभाव और हिंदी के प्रति उदासीनता पर चिंता जाहिर की।
  युवा नवाचारी शिक्षक लखेश्वर साहू ने भाषा की कक्षा कैसी हो विषय पर विचार रखते बताया कि  भाषा सीखने के लिए बेहतर वातावरण बहुत जरूरी है इसलिए बच्चों के बीच हम उनकी भाषा में संवाद कर प्रभावी शिक्षण से जुड़ सकते है।कार्यक्रम में नवाचारी शिक्षिका पुष्पा चौधरी ने शिक्षण के रोचक तरीकों,पर अपने विचार रखे।भुसरा परवीन ने स्थानीय भाषाओं के व्यवहारिक प्रयोग पर बल दिया।इस कार्यक्रम का संयोजन व संचालन शिक्षक द्रोणकुमार सार्वा ने करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम भाषायी शिक्षण की प्रविधियों को शिक्षकों तक रखने के लिए आयोजित किया था।इसमे अलग अलग सत्रो में दुर्ग व बालोद जिले से देवेन्द्रहरमुख,रिपुसूदन साकार,नरेंद्र रजक,कादम्बिनी यादव ,बालाराम निषाद,हेमन्त देवांगन सहित लगभग40 शिक्षक सीधे तरह लाभान्वित हुए कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन श्रवण कुमार यादव नवाचारी शिक्षक ने किया