राष्ट्रीय शैक्षिक बेविनार में जुटेंगे देशभर के शिक्षक

राष्ट्रीय शैक्षिक बेविनार में जुटेंगे देशभर के शिक्षक
राष्ट्रीय शैक्षिक बेविनार में जुटेंगे देशभर के शिक्षक

प्रदेश



राज्य स्तर पर स्वप्रेरित शिक्षकों के विशाल समूह नवाचारी गतिविधियां समूह द्वारा दिनाँक 3 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक देश भर के विद्वान नवाचारी शिक्षकों के साथ मिलकर आपस मे किये जा रहे बेहतरीन कार्यो को साझा किया जाएगा।कार्यक्रम में देशभर से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों व वैश्विक महामारी के दौरान किये जा रहे उनके कार्यो की प्रस्तुति दी जाएगी।
   वेबिनार की संकल्पना राज्य समूह की ओर से की गई है जिसके मुख्य एडमिन संजीव सूर्यवंशी है।राज्य से लेकर विकासखण्ड स्तर पर अलग अलग समूहों में नवाचार करने वाले शिक्षकों व विद्यालयीन शिक्षकों ,शिक्षा आधिकारिक,प्रशासनिक अधिकारियों,डाइट,scert के अधिकारी जुड़े हुए है और यह समूह आपस मे नवाचारों के साझा कर सीखने के मंच के रूप में उभरा है।
   चार दिवसीय बेविनार में प्रमुख रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए नवाचार की आवश्यकता, नवाचारी शिक्षकों व उनके नवाचार और कोविद 19 के दौरान शैक्षिक नवाचार पर प्रस्तुति की जाएगी।जिसे यूट्यूब लिंक के द्वारा पूरे देश भर में प्रसारित किया जाएगा।
   कार्यक्रम के प्रथम दिवस में बालोद जिले की ओर से नवाचारी शिक्षक द्रोणकुमार सार्वा ने अपनी प्रस्तुति दी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चिचबोड में पदस्थ शिक्षक द्रोणकुमार सार्वा ने अपने विद्यालय में संचालित इको क्लब की गतिविधि,वृक्ष मित्र अभियान पर प्रस्तुति देते हुए बताया कि बच्चों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति कौशल के विकास हेतु निरन्तर शाला में पर्व ,जयंती बालसभा का आयोजन किया जाता है।संस्था में बच्चो की आत्मविश्वास में अभिव्यक्ति हेतु पिछले सत्र में प्रशासनिक अधिकारियों sdm, तहसिलदार,खण्ड शिक्षा अधिकारी,बाल मित्र थाने से बच्चो की मुलाकात कर उनसे से कैरियर मार्गदर्शन ,व अंचल की सांस्कृतिक ऐतिहासिक स्थल गर्म स्तर पर संचालित लघु कुटीर उद्योग भृमण भी कराया गया जो उल्लेखनीय रहा।विद्यालय में हर बच्चो को अलग अलग जिम्मेदारी दी जाती है और सत्र के अंत मे प्रत्येक बच्चो को पुरुष्कृत किया जाता है।विद्यालय में समुदाय द्वारा छेरछेरा पर्व पर सहयोग हेतु राज्य की चर्चा पत्र में भी इस संस्था को शामिल किया गया था।
   इस कार्यक्रम में विभिन्न जिले के डाइट प्रचार्य से अलावा आज विशेष रूप से राज्य शैक्षिक अनुसन्धान परिषद की ओर से प्राध्यापक विद्या डांगे जी उपस्थित रही।उन्होंने इस समूह के स्वस्फूर्त कार्यकरने की शैली व नवाचार की सराहना की।इस पूरे आयोजन में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी म सुधीश जी भी नजर बनाए रखे है।
राज्य स्तर पर स्वप्रेरित शिक्षकों के विशाल समूह नवाचारी गतिविधियां समूह द्वारा दिनाँक 3 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक देश भर के विद्वान नवाचारी शिक्षकों के साथ मिलकर आपस मे किये जा रहे बेहतरीन कार्यो को साझा किया जाएगा।कार्यक्रम में देशभर से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों व वैश्विक महामारी के दौरान किये जा रहे उनके कार्यो की प्रस्तुति दी जाएगी।
   वेबिनार की संकल्पना राज्य समूह की ओर से की गई है जिसके मुख्य एडमिन संजीव सूर्यवंशी है।राज्य से लेकर विकासखण्ड स्तर पर अलग अलग समूहों में नवाचार करने वाले शिक्षकों व विद्यालयीन शिक्षकों ,शिक्षा आधिकारिक,प्रशासनिक अधिकारियों,डाइट,scert के अधिकारी जुड़े हुए है और यह समूह आपस मे नवाचारों के साझा कर सीखने के मंच के रूप में उभरा है।
   चार दिवसीय बेविनार में प्रमुख रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए नवाचार की आवश्यकता, नवाचारी शिक्षकों व उनके नवाचार और कोविद 19 के दौरान शैक्षिक नवाचार पर प्रस्तुति की जाएगी।जिसे यूट्यूब लिंक के द्वारा पूरे देश भर में प्रसारित किया जाएगा।
   कार्यक्रम के प्रथम दिवस में बालोद जिले की ओर से नवाचारी शिक्षक द्रोणकुमार सार्वा ने अपनी प्रस्तुति दी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चिचबोड में पदस्थ शिक्षक द्रोणकुमार सार्वा ने अपने विद्यालय में संचालित इको क्लब की गतिविधि,वृक्ष मित्र अभियान पर प्रस्तुति देते हुए बताया कि बच्चों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति कौशल के विकास हेतु निरन्तर शाला में पर्व ,जयंती बालसभा का आयोजन किया जाता है।संस्था में बच्चो की आत्मविश्वास में अभिव्यक्ति हेतु पिछले सत्र में प्रशासनिक अधिकारियों sdm, तहसिलदार,खण्ड शिक्षा अधिकारी,बाल मित्र थाने से बच्चो की मुलाकात कर उनसे से कैरियर मार्गदर्शन ,व अंचल की सांस्कृतिक ऐतिहासिक स्थल गर्म स्तर पर संचालित लघु कुटीर उद्योग भृमण भी कराया गया जो उल्लेखनीय रहा।विद्यालय में हर बच्चो को अलग अलग जिम्मेदारी दी जाती है और  सत्र के अंत मे प्रत्येक बच्चो को पुरुष्कृत किया जाता है।विद्यालय में समुदाय द्वारा छेरछेरा पर्व पर सहयोग हेतु राज्य की चर्चा पत्र में भी इस संस्था को शामिल किया गया था।
   इस कार्यक्रम में विभिन्न जिले के डाइट प्रचार्य से अलावा आज विशेष रूप से राज्य शैक्षिक अनुसन्धान परिषद की ओर से प्राध्यापक विद्या डांगे जी उपस्थित रही।उन्होंने इस समूह के स्वस्फूर्त कार्यकरने की शैली व नवाचार की सराहना की।इस पूरे आयोजन में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी म सुधीश जी भी नजर बनाए रखे है।