Diesel-Petrol Prices: सरकार ने बढ़ाई डीजल-पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी, जानें नई कीमत

Diesel-Petrol Prices: सरकार ने बढ़ाई डीजल-पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी, जानें नई कीमत

Diesel-Petrol Prices: भारत सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। जिसके कारण एकबार फिर ईंधन की कीमतों में उछाल आ सकता है। हालांकि, सरकार की ओर से इनकार किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार बताया कि डीजल पेट्रोल पर 2 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है, लेकिन आम आदमी की जेब पर फर्क नहीं पड़ेगा। इसकी क्रूड आयल (कच्चे तेल) की घटी हुई कीमतों से इसे एडजस्ट किया जाएगा।

केंद्र सरकार कंपनियों से अभी पेट्रोल पर 19.90 रुपए और डीजल पर 15.80 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूलती थी, जिसे बढ़ाकर 21.90 और 17.80 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद पेट्रोलिय मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी की डीजल पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे।

क्रूड ऑयल निचले स्तर पर

बता दें कि सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ऐसे समय में लिया है, जब कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की की कीमतें 4 साल के निचले स्तर पर हैं। पिछले सप्ताह ब्रेंट क्रूड के दाम 12% गिरे हैं। सोमवार को भी इसके बाद 4% घटकर 64 डॉलर प्रति बैरल नीचे आ गए हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी गिर सकती हैं।

रोज रिवाइज होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें जून 2010 तक सरकार निर्धारित करती थी। हर 15 दिन में रेट में बदलाव किया जाता था, लेकिन 26 जून 2010 के बाद सरकार ने कीमत निर्धारण करने की जिम्मेदारी पेट्रोलियम कंपनियों को सौंप दी। ऑयल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत, एक्सचेंज रेट, टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन सहित अन्य खर्चों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतें प्रतिदिन रिवाइज करती हैं।

जानें कैसे तय होती हैं पेट्रोल डीजल की कीमतें?

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मुख्यत: 4 घटाक शामिल हैं। इनमें क्रूड ऑयल (कच्चे तेल) का मूल्य, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लिया जाने वाला टैक्स और फ्यूल की डिमांड प्रमुख हैं। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन चार्ज और डीलर का कमीशन प्रतिदिन सेम रहता है। जिसके कारण इसका असर ज्यादा नहीं पड़ता।