महाविद्यालय में मनाया गया भव्य एवम बेहतरीन तरीके से उत्तरदान समारोह "

आर के देवांगन

महाविद्यालय में मनाया गया भव्य एवम बेहतरीन तरीके से उत्तरदान समारोह "
महाविद्यालय में मनाया गया भव्य एवम बेहतरीन तरीके से उत्तरदान समारोह "

महाविद्यालय में मनाया गया भव्य एवम बेहतरीन तरीके से उत्तरदान समारोह "

BALOD अर्जुंदा: शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुन्दा, जिला-बालोद (छ.ग.) में  महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ व आई. क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में उत्तरदान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का उददेश्य महिला जनप्रतिनिधियों का सम्मान तथा छत्तीसगढ़ के संस्कृति. ज्ञान, कौशल एवं विचारधारा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राजेश पाण्डेय, क्षेत्रीय अपर संचालक, उच्च शिक्षा विभाग, दुर्ग संभाग व डॉ. जी. ए. घनश्यान, संयुक्त संचालक, उच्च शिक्षा विभाग छ.ग. शासन एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सोमाली गुप्ता उपस्थित रहें। साथ ही जनपद सदस्य श्रीमती धारा चौधरी, महाविद्यालय के 10 कि.मी. की परिधि में आने वाले ग्रामों के महिला सरपंच श्रीमती आमीन साहू, श्रीमती गायत्री ठाकुर, श्रीमती त्रिवेणी सिन्हा, श्रीमती देवेश्वरी साहू, श्रीमती रूपौतिन साहू जनप्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहें।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती वंदना तथा छत्तीसगढ़ी राजगीत गायन के साथ हुआ। सभी अतिथियों के स्वागत पश्चात प्राचार्य डॉ. सोमाली गुप्ता ने उत्तरदान का अर्थ समझाते हुए जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने ज्ञान व कौशल कला को एक मातृ की भाति महाविद्यालय के विद्यार्थियों तक पहुंचाएं। जिससे विद्यार्थियों का रोजगार उन्नमुखीकरण हो सके। डॉ. जी. ए. घनश्याम ने छत्तीसगढ़ी भाषा में विद्यार्थियों को उ‌द्बोधित करते हुए नारी शिक्षा पर जोर दिया और कहा "पढ़ा लिखा दे नारी ला, लईका के महतारी ला"। उन्होने नारी को संस्कार सभ्यता व अनुशासन को अगली पीढ़ी तक हस्तांतरित करने का माध्यम बताया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डालते हुए कौशल विकास एवं नवाचार पर जोर दिया।

डॉ. राजेश पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ अंचल के विभिन्न परम्परागत कलाओं को सीखने, उसे नवाचार का रूप देने तथा आगे लाने पर जोर दिया। उन्होने किसी भी कार्य को छोटा ना मानने की सलाह दी। विद्यार्थियों को नवाचार हेतु प्रोत्साहित करते हुए भविष्य में उनके उत्पादो को डिवीजन स्तर तक ले जाने की बात कही। उद्बोधन की अंतिम कड़ी में श्रीमती धारा चौधरी (जनपद सदस्य) ने छत्तीसगढ़ी भाषा को आगे बढ़ाने तथा ज्ञान को अपने तक सीमित न रख कर लोगो तक पहुंचाने का जोर दिया। प्राचार्य द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह व महाविद्यालय के छात्रा पायल निषाद द्वारा निर्मित स्केच भेंट किया गया। महिला जनप्रतिनिधियों को शॉल तथा श्रीफल भेंट किया गया। डॉ. राजेश पाण्डेय तथा जी.ए. धनश्याम द्वारा पायल निषाद को उसके अद्वितीय कला के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरूणा साव (समन्वयक आई. क्यू.ए.सी.) द्वारा एवं आभार प्रदर्शन डॉ. समीर दशपुत्रे (विभागाध्यक्ष गणित) के द्वारा किया गया।