संकल्प जन सेवा समिति देवरी की फिर एक अनूठी पहल....मुख्य अतिथि राज्यपाल पुरस्कृत मिथलेश प्रसाद शर्मा रहे।

आर के देवांगन

संकल्प जन सेवा समिति देवरी की फिर एक अनूठी पहल....मुख्य अतिथि राज्यपाल पुरस्कृत मिथलेश प्रसाद शर्मा रहे।
संकल्प जन सेवा समिति देवरी की फिर एक अनूठी पहल....मुख्य अतिथि राज्यपाल पुरस्कृत मिथलेश प्रसाद शर्मा रहे।

संकल्प जन सेवा समिति देवरी की फिर एक अनूठी पहल....मुख्य अतिथि राज्यपाल पुरस्कृत मिथलेश प्रसाद शर्मा रहे।

नवोदय प्रवेश परीक्षा हेतु देवरी बंगला में नि:शुल्क मेगा मॉक टेस्ट में शामिल हुए 292 बच्चे  

प्रथम 20 बच्चों को अतिथियों द्वारा किया सम्मानित  

प्रथम स्थान पर 80 में 70 अंक कु. सिमरन कंवर ग्राम चिटौद, 68 अंक द्वितीय भावना रावटे ग्राम चारभांठा व काव्या ग्राम भखारी, 67 अंक तृतीय स्थान पर कु. वर्षा यादव ग्राम गुरामी, हर्तिका ग्राम चिल्हाटी, कु शिवानी ग्राम गनेरी चतुर्थ 66 अंक मोहनीश साहू ग्राम किरगी.

संकल्प जन सेवा समिति देवरी के तत्वावधान में संकल्प कोचिंग (आईसेक्ट कंप्यूटर) देवरी बंगला, जिला बालोद में नवोदय प्रवेश परीक्षा हेतु नि:शुल्क मेगा मॉक टेस्ट में 292 छात्र छात्राएं शामिल हुए. जिसमे कक्षा 6 के लिए जवाहर नवोदय प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं जो वर्तमान में कक्षा पांचवी एवं चौथी कक्षा के बच्चे शामिल हुए। 

समिति के अध्यक्ष भरत देवांगन ने बताया आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के बच्चों को प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करना. उन्होंने कहा परीक्षा के माध्यम से न केवल बच्चों की शैक्षणिक योग्यता का आंकलन बल्कि उनमें आत्मविश्वास, अनुशासन एवं आगे बढने की प्रेरणा भी जागृत करना है. यह टेस्ट मुख्य परीक्षा के पैटर्न पर आधारित था. इस नि:शुल्क मॉक टेस्ट में टॉप 20 में आने वाले बच्चो को मोमेंटो व मेडल से सम्मानित किया गया. 

उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीय मिथलेश प्रसाद शर्मा जी शिक्षक राज्यपाल सम्मानित कवि,लेखक गायक व समाजसेवी ने प्रेणादायक गीत एवं कविता के माध्यम से पालकगण का मन मोह लिया। उन्होंने अपने उदबोधन में कहा की एक शिक्षक की पहचान बच्चों से होती है बच्चे ही नहीं रहेंगे तो शिक्षक नहीं होंगे और ना ही स्कूल और स्कूल में मैं एक शिक्षक हूँ 

शिक्षक की परिभाषा कविता के माध्यम से “ "बाल देवो भव" का अर्थ है बच्चों को ईश्वर मानो जिसका तात्पर्य था कि बच्चे ही मंदिर हैं और शिक्षक को पुजारी की तरह प्रेम और सम्मान के साथ बच्चों की सेवा करनी चाहिए साथ ही बच्चों को महत्व दें और उन्हें देवी-देवताओं के समान मानें। 

विद्यालय को एक मंदिर के रूप में देखें जहाँ बच्चे ईश्वर के समान हैं, और शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना ही नहीं, बल्कि बच्चों की सेवा और देखभाल करना भी है। 

निःशुल्क नवोदय मॉक टेस्ट 292 बच्चे शामिल हुए जिसमें बालोद,डोंगरगांव, अर्जुन्दा, डौंडीलोहारा, दल्ली अंचल के बच्चे शामिल हुए।

कार्यक्रम के अतिथिगण आर के देवांगन (संपादक)सीजी न्यूज प्लस 24,यशवंत साहू आर.आई. डोंगरगढ़,कोमल भारद्वाज शिक्षक, माधव साहू, शिक्षक एवं अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ संगठन सचिव, राघवेंद्र साहू जी सहायक ग्रेड 3, सभी अतिथिगण पालको ने इस आयोजन की प्रसंशा की और सभी सदस्यों को सहृदय सधन्यवाद् ज्ञापित किए।

इस आयोजन को सफल बनाने में योगेश्वर निषाद, महेश यादव, जितेन्द्र चौबे, सीना वैष्णव, मिथलेश निर्मलकर, तिलोक साकार, यशवंत ठाकुर, घनश्याम पटेल, अर्चित दुबे, डामन निषाद, चंचल साहू, महेश्वरी निर्मलकर, वोमेंद्र साहू, खोमन, सुरेन्द्र एवं संकल्प कोचिंग व आईसेक्ट कंप्यूटर के समस्त प्रशिक्षु छात्र छात्राओं का बहुमूल्य योगदान रहा।

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