संत राम बालक दास के नेतृत्व में निकली कांवड़ यात्रा गंगा धाम डोकला से पाटेश्वर धाम तक

संत राम बालक दास के नेतृत्व में निकली कांवड़ यात्रा गंगा  धाम डोकला से पाटेश्वर धाम तक

जामडी पाटेश्वर धाम के संत  श्रीराम बालक दास महात्यागी ने क्षेत्रवासियों के साथ गंगा धाम डोकला (गोटाटोला)  से लगभग 600 कांवड़ियों के साथ नदी का पवित्र जल लेकर  हर हर महादेव, बोल बम का जयघोष करते हुए पाटेश्वर धाम के लिए निकाली ऐतिहासिक यात्रा


21 अगस्त अद्भुत दृश्य था सुबह से लगातार क्षेत्रवासी बोल बम हर हर महादेव का गुंजायमान करते हुए  रेल के डिब्बे की भांति गांव गांव के पगडंडी से होते हुए यात्रा में जुड़ते गये। गांव गांव में कांवर यात्रियों , संत राम बालक महात्यागी व ग्राम ग्राम से पहुंचे  सुसज्जित मनोहारी झांकियों का दर्शन करते हुए ग्रामीण माता बहनों ने पूजा की थाली लेकर पूजा अर्चना किया  यात्रा में संत राम बालक दास महात्यागी कभी पद यात्रा तो कभी वाहन में सवार होकर पद यात्रियों का मनोबल बढ़ा रहे थे। जब ग्राम पंचायत कोड़ेकसा में कांवर यात्रियों का दल पहुंचा तो सरपंच सहित ग्रामीणों व सर्व समाज दल्ली राजहरा के साथियों ने चाय बिस्कुट, तथा अल्प विश्राम हेतु छाया की व्यवस्था किया 
 पाटेश्वर धाम सीता रसोई से  2000 लोगो के लिए पुलाव व जल पान लेकर आश्रम का वाहन कोड़ेकसा  पहुंचा संस्कार वाहिनी के कार्यकर्ताओं द्वारा कांवर यात्रियों को भोजन कराया गया। कोडेकसा से सघन जंगल के बीच से कांवड़ यात्रियों का दल रवाना हुआ तो आसपास के ग्रामीण भी उस यात्रा में शामिल होते गये। दल्ली राजहरा, धमतरी, राँवा, करहीभदर, बालोद ,डौंडीलोहारा, छुरिया, अम्बागढ़ चौकी सहित लगभग 2 हजार की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने जुलूस के शकल में कोई कांवड़ लेकर तो कोई भगवा ध्वज लेकर , कोई डमरु, त्रिशुल लेकर, कोई तालियों की सेवा करते हुए यात्रा में शामिल थे। दुल्लापुर से आये  डमऊ  दफड़ा, गुदुम जैसे वाद्य यंत्र लोगों को मोहित कर रहा था। कांवड़ यात्रा का ऐसा धार्मिक आयोजन क्षेत्र में पहली बार हुआ था जिससे लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। संध्या साढ़े पांच बजे कावड़ियों ने पाटेश्वर धाम पहुंच कर बारी बारी से शिवलिंग में जलाभिषेक करना शुरू किया। पाटेश्वर संस्कार वाहिनी , अन्नपूर्णा महिला मंडल व पाटेश्वर सेवा संस्थान के सदस्यों ने मंदिर परिसर सहित वृक्षों के नीचे दीपक जलाकर उत्सव मनाया । संध्या होते ही दीपक की रोशनी से मंदिर परिसर जगमगाने लगा था जो कि दीपावली जैसा नजारा लग रहा था। जलाभिषेक के पश्चात शिव जी का 500 दिप से महाआरती हुई जिसमें कावड़ यात्रियों के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण शामिल होकर भगवान शिव से अच्छी वर्षा की कामना कीये। पाटेश्वर धाम के संत राम बालक दास महात्यागी ने यात्रा को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वासियो की सुख समृद्धि की कामना लेकर अच्छी बारिश हो , धार्मिक तथा सौहाद्र पूर्ण वातावरण का निर्माण हो, वसुधैव कुटुम्बकम की भावना प्रबल हो इस उद्देश्य को लेकर हम सब साथ मिलकर कावड़ यात्रा का आयोजन किये है। संत श्री ने इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने तथा सहयोग करने वाले सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

रिपोर्ट//नरेंद्र विश्वकर्मा