नक्सलवाद के खिलाफ सबसे बड़े ऑपरेशन का पांचवां दिन, मुठभेड़ जारी, IED ब्लास्ट में एक जवान घायल

नक्सलवाद के खिलाफ सबसे बड़े ऑपरेशन का पांचवां दिन, मुठभेड़ जारी, IED ब्लास्ट में एक जवान घायल

बीजापुर: नक्सलियों के खात्मे के लिए सुरक्षा बलों का अभियान लगातार पांचवें दिन भी बीजापुर के घने जंगलों में जारी है। इसी दौरान गलगम के जंगल में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) का एक जवान नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी विस्फोट की चपेट में आ गया। विस्फोट में जवान के दोनों पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। घायल जवान को तुरंत गलगम स्थित सीआरपीएफ कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकॉप्टर के माध्यम से बीजापुर अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही है।

गौरतलब है कि उसूर थाना क्षेत्र के कोतापल्ली गांव के कर्रेगुट्टा पहाड़ी इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच बीते पांच दिनों से मुठभेड़ चल रही है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है, जिसमें 10 से 12 हजार जवानों ने बड़े कैडर के नक्सली नेताओं समेत करीब 1500 नक्सलियों को घेर रखा है।

सुरक्षा बल अंतिम निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। दो हेलीकॉप्टरों के जरिए नक्सलियों पर गोलीबारी और बमबारी की जा रही है। अब तक की मुठभेड़ में जवानों ने 5 नक्सलियों को ढेर कर दिया है, जिनमें से 3 नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद किए गए हैं। आज पांचवें दिन भी दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग जारी है, और हेलीकॉप्टर से बमबारी भी की जा रही है।

भीषण गर्मी में 40 से अधिक जवान लू की चपेट में

भीषण गर्मी ने भी जवानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऑपरेशन में तैनात 40 से अधिक जवान लू का शिकार हो गए हैं। उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए तेलंगाना के वेंकटापुरम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ में जुटे कई जवानों को पर्याप्त मात्रा में पानी और ग्लूकोज नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे हीट स्ट्रोक से प्रभावित हो रहे हैं। बावजूद इसके, अन्य जवान जंगलों में मोर्चा संभाले हुए हैं और नक्सलियों के खिलाफ डटे हुए हैं।