फिर बदला मौसम का मिजाज! अगले 48 घंटों में इन जिलों में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी

संपादक आर के देवांगन

फिर बदला मौसम का मिजाज! अगले 48 घंटों में इन जिलों में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी
फिर बदला मौसम का मिजाज! अगले 48 घंटों में इन जिलों में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी

तूफान फेंगल के प्रभाव के खत्म होते ही एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय हो गया है। आज यानी 7 दिसंबर को, एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके चलते उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। यह सिस्टम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी असर डाल सकता है, जिससे बूंदाबांदी की संभावना है।

प्रदेश में मौसम का मिजाज

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में एक चक्रवात जेट स्ट्रीम और पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपरी हिस्से में सक्रिय है। हवाओं का रुख उत्तर-पूर्व की दिशा में बना हुआ है, जिसके कारण मध्य प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। आज, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य प्रदेश के कुछ जिलों जैसे जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में बारिश की संभावना है। इन इलाकों में हाल के दिनों में तापमान में बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारण कड़कड़ाती ठंड से थोड़ी राहत मिली है।

अगले 24 घंटे का मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि तूफान फेंगल का असर प्रदेश से खत्म हो चुका है, और इसके कारण कई शहरों में तापमान में वृद्धि देखी गई है। अगले 24 घंटे में प्रदेश के तापमान में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं होगा। हालांकि, उत्तरी हवाओं की रफ्तार बढ़ी हुई है, और ये हवाएं पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हैं। जैसे-जैसे हवाओं की ऊंचाई कम होगी, तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, और प्रदेश में ठंड की स्थिति और भी तेज हो सकती है।

मध्य प्रदेश में और बढ़ेगी ठंड

मौसम का मिजाज बदलने वाला है, और आज से मध्य प्रदेश में ठंड का असर बढ़ सकता है। विशेषकर ग्वालियर चंबल क्षेत्र में सर्द हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट आई है। इसके कारण यहां ठंड का असर महसूस हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज रात से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस वजह से इन क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड का सामना किया जा सकता है।