राजनांदगांव-छत्तीसगढ़ परिवहन चेक पोस्ट पाटेकोहरा बेरियर व अस्थाई बेरियर बरनारा कला में दोनो जगहों से करोड़ों रुपए का हेरा फेरी कर रहे हैं परिवहन- निरीक्षक
Goverdhan Sinha
- राजनांदगांव-छत्तीसगढ़ परिवहन चेक पोस्ट पाटेकोहरा बेरियर व अस्थाई बेरियर बरनारा कला में दोनो जगहों से करोड़ों रुपए का हेरा फेरी कर रहे हैं परिवहन- निरीक्षक
- छत्तीसगढ़ में पहला टीम जो आजतक किसी भी निरीक्षको को 24 माह राज करने का मौका दिया हो । इससे साफ है कि राजनीतिक आइडिया है। या तो चुनाव खर्च किया होगा या दबाकर राशि नेताओं के पास भेजा होगा।
राजनांदगांव // जिले के पुलिस चौकी चिचोला अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र सीमा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा परिवहन चेक पोस्ट बॉर्डर बेरियल व डोंगरगढ व बोरतलाव थाना के मध्य बरनारा कला में अस्थाई बेरियर जो सभी मालवाहक चेकिंग पॉइंट बनाया गया है जहां शासन को सी.एफ. काटना होता है। इसके अलावा शासन को ₹1 का राशि नहीं देना होता है। लेकिन यहां के कुछ प्राइवेट कर्मचारी व निरीक्षक की मिली भगत से पुराने रीति रिवाज से पहले एंट्री के नाम से एक विशेष तरह का कार्ड बनाया जाता था बेरियल बंद होने पर यह सब बंद कर दिया अब नया नियम बनाया गया है प्रत्येक वहां से 100 ,200 ,500 ,1000,1500, 2000 इस तरह से की राशि वाहन के पहिए के हिसाब से लिया जाता है।साथ साथ ओवरलोड का अलग हिसाब है इन सबका जिम्मेदार प्राइवेट अधिकारी अनिल वर्गीस, राजकुमार सिन्हा व लखन साहू व अन्य प्राइवेट अधिकारी के माध्यम से संचालन हो रहे हैं यह लोग बेरियल के प्राइवेट कमाई के बारे में आइडिया देते हैं इस कारण इन लोग को प्राइवेट अधिकारी बना कर रखा हुआ है इनका मासिक पेमेंट 30000 से 40000 का आसपास है।ये तीनो के ऊपर 420 केश भी लगा है।इन लोगो का ऊपरी कमाई का कोई हिसाब नही है। अब रही बात कुछ चुनिदा ट्रांसपोर्टरो को लाभ पहुचने के चक्कर मे अपने निजी स्वार्थ के लाभ के लिस्ट सिस्टम तैयार किया है जो सीधा 1000 वाहनों का शासन को उनका न तो सी.एफ कटता है नही शासन को 1 रु का लाभ मिलता है।राजकुमार सिन्हा को लिस्टधारियो का बॉस बनाकर रखा हुया राजकुमार सिन्हा भी अपने परिवार चलाने के ये सब कामो में लिप्त है।लेकिन राशि सीधा शासन के अधिकारी कर्मचारियों अपने लेवल के हिसाब से यहां का पैसों का बंटवारा किया जाता है।उसी तरह लखन साहू जो बेरियर का कुबेर कहे जाने वाला पाटेकोहरा बेरियर का सीएफ व वाहन टैक्स परमिट का राशि सीधा शासन को जाता है ।प्राइवेट राशि जो आता है उनका अलग हिसाब कर अलग रखा जाता है। पाटेकोहरा बेरियल मे छत्तीसगढ़ शासन को जितना राजस्व जाता है ।उतना हेराफेरी का राशि आता है।अगर इन सभी शासकीय कर्मचारियों के यहां ईडी का छापा मारा जाएगा का करोड़ो रुपये निकलेगा।पटेकोहरा के अलावा छत्तीसगढ़ के सभी परिवाहन विभाग के अधिकारियों के यहाँ ईडी का छापा मारा जाय।दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा।छत्तीसगढ़ में भाजपा के सरकार आने के बाद अब कुछ दिनों तक बेईमानी की कमाई कमा सकते है परिवाहन विभाग।कुछ दिनों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने परिवाहन चेक पोस्ट बंद करने का पुनः ऐलान होगा ।
सूचना के अधिकार के तहत हमारे संवाददाता द्वारा जानकारी मागा गया था ।पाटेकोहरा चेक पोस्ट में कार्यरत कर्मचारी अनिल वर्गीस ,राजकुमार सिन्हा, लखन साहू ,कमलेश यादव ,माखन सिन्हा ,ईश्वर साहू का सूची मिला है परिवहन निरीक्षक द्वारा साफ कहा गया है हमारे कार्यालय में इस नाम से कोई व्यक्ति ही नही है।अब बताए की ये लोग किस हिसाब से परिवहन पोस्ट में कार्य करते है या दलाली ।अगर दलाल है तो परिवहन निरीक्षक इनके ऊपर क्यो नही कर रहे कार्यवाही ।सूत्रों ने मिली जानकारी यह है की शासकीय वाहन में राजस्व जमा करने निजी कर्मचारी चेतन ठाकुर जो चिचोला निवासी है उनके भरोसा करोडो रुपये राजनांदगांव के बैक भेजा जाता है। अगर कभी किसी घटना का शिकार हो जाये तो क्या परिवहन।निरीक्षक जिम्मेदार होगा है या शासन प्रशासन।
रिपोर्टर - गोवर्धन सिन्हा