सचिव नेमसिंह साहू ने किया रक्त दान बेहतरीन पहल
सचिव नेमसिंह साहू ने किया रक्त दान बेहतरीन पहल
भारत स्काउट्स गाइड्स स्थानीय संघ डौंडी के सचिव नेमसिंह साहू ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के पावन दिवस पर जिला प्रशासन बालोद द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान कर दूसरों को प्रेरित किया और बताया कि रक्तदान से हम दूसरों का जीवन बचाने के साथ साथ रक्तदान दिल की सेहत को सुधार सकता है और दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है. माना जाता है कि खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के खतरे को बढ़ा सकती है. आज उन्होंने कहा कि नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है, जो दिल की सेहत के लिए अच्छा है.रक्तदान से रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव भी पड़ता है.'रक्तदान, रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है. दुख की बात यह है कि हम में से ज्यादातर लोगों को इन फायदों के बारे में पता नहीं है'.
उन्होंने कहा कि 18 से 60 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. बस, इसके लिए जरूरी है कि वह स्वस्थ हो और कुछ मानकों को पूरा करता हो. अगर आपको कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि रक्तदान से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ले लें और रक्तदान के लिए हो रही जांच के समय पूरी जानकारी दें. नेमसिंह साहू ने कहा कि हीमोग्लोबिन का स्तर सही हो और सेहत के मानक पर खरे उतरने की स्थिति में महिलाएं भी रक्तदान कर सकती हैं. मगर मासिक धर्म, गर्भावस्था और स्तनपान की स्थिति में महिलाओं को रक्तदान से बचना चाहिए.आमतौर पर कोई स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान के 5-7 दिनों के बाद प्लेटलेट्स और 20 दिनों के बाद कोई व्यक्ति दोबारा ब्लड डोनेट कर सकता है।नुकसान नही।
हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्दान जरूर करना चाहिए। इससे शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि शरीर स्वस्थ और निरोगी होता । रक्तदान जीवन दान