वनांचल क्षेत्र के संपूर्ण आदिवासी समाज की भारी उपस्थिति के बीच संपन्न हुई कलश यात्रा,, आदिवासी समाज ही सच्चे हिंदू,, संत श्री राम बालक दास महत्यागी
24 दिसंबर से 30 दिसंबर तक होने वाले श्रीरामचरितमानस महायज्ञ एवं संगीतमय श्री राम कथा के प्रथम दिवस आज भव्य कलश यात्रा का आयोजन कुई कुकदुर वनांचल क्षेत्र में किया गया जिसमें लगभग 50 गांव के माताओं ने उपस्थिति दी भगवा वस्त्र में सजे धजे बालिकाओं और सुहागन माताओं ने लगभग 1000 कलश अपने शीश पर धारण करके संपूर्ण ग्राम का भ्रमण किया आगर नदी का जल भर के माता चंडी मंदिर और यज्ञ स्थल से कलश यात्रा प्रारंभ हुई जिसमें छत्तीसगढ़ के संत श्री राम बालक दास जी रथ पर विराजमान रहे विभिन्न नृत्य मंडली रामधुनी मंडली एवं प्रसिद्ध बैगा नृत्य मंडली आकर्षण का केंद्र रही साथ ही साथ आज राम कथा के प्रथम दिवस संत श्री राम बालक दास जी राम कथा मंच पर पहुंचे तो प्रसिद्ध संत सियाराम दास जी का आगमन मंच पर हुआ उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में संत श्री राम बालक दास जी के द्वारा अभी तक 94 यज्ञ हुए हैं यह 95 वां यज्ञ है
श्री राम बालक दास जी का जीवन यज्ञमय है और हम इन्हें यज्ञ पुरुष की उपाधि प्रदान करते हैं यह सुनकर संपूर्ण श्रोता समाज ने तालियों से महाराज जी की वाणी का समर्थन किया आज के कार्यक्रम में पूर्व विधायक मोतीराम जी एवं पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेश चंद्रवंशी जी समेत विभिन्न राजनीतिक धार्मिक सामाजिक संगठन के लोग विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष नंदलाल चंद्राकर जी उपस्थित रहे पत्रकारों से चर्चा करते हुए संत श्री ने बताया कि आगामी 30 दिसंबर तक यह आयोजन चलेगा जिसमें प्रतिदिन सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे तक यज्ञ आहुति दोपहर 1:00 से 5:00 बजे तक संगीतमय श्री राम कथा का आयोजन और साथ ही रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हैं ज्ञात हो कि 26 दिसंबर को इस महायज्ञ में जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ से पधारेंगे जिन के आगमन को लेकर क्षेत्र में विशेष उत्साह का वातावरण भी है
रिपोर्ट // नरेन्द्र विश्वकर्मा