*छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कंप्यूटर ऑपरेटर की अनिश्चित हड़ताल*

*छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कंप्यूटर ऑपरेटर की अनिश्चित हड़ताल*

प्रदेशभर में 24 अक्टूबर से चरणबद्ध धरना प्रदर्शन, 12 नवंबर से तुता रायपुर में अनिश्चितकालीन आंदोलन

मोहला:---

छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ रायपुर पंजीयन क्र. 6685 एवं समर्थन मूल्य धान खरीदी कम्प्यूटर आपरेटर महासंघ रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेशभर के सहकारी समिति कर्मचारियों ने बड़ा आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है।

 प्रदेश प्रचार मंत्री भाईलाल देवांगन ने बताया कि शासन की नीतियों के कारण विगत दो वर्षों 2023-24 एवं 2024-25 में समितियों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। शासन द्वारा सुखत नहीं देने के कारण प्रदेश के कई समिति में कर्मचारियों को वर्षों से वेतन नहीं मिल रहा है।पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी लिखित आदेश के अनुसार 28 फरवरी के बाद सुखत आने पर उसकी भरपाई नहीं की जा जायेगी, लेकिन शासन अपनी लिखित को झुठा साबित करते हुये, सुखत की भरपाई समिति को मिलने वाली कमीशन से किया जा रहा है। बीते वर्षों में धान परिवहन कार्य समय पर पूरा न होने से प्रदेश की 2058 समितियों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। ऑपरेटर संघ ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 18 वर्षों से समितियों में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटरों को हटाकर, अब शासन द्वारा 2739 उपार्जन केन्द्रों पर प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से नए ऑपरेटरों की भर्ती की जा रही है, जो अन्यायपूर्ण है। इसके विरोध में प्रदेशभर के समिति कर्मचारी आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। संघ ने कहा कि शासन द्वारा अब उपार्जन केंद्र प्रभारियों के स्थान पर प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है ,जबकि धान खरीदी से संबंधित कार्य जैसे हमाली व्यवस्था, धान तौल, सिलाई-छल्ली, स्टैकिग, धान की सुरक्षा, परिवहन और अंतिम उठाव तक की जिम्मेदारी समिति प्रबंधक एवं कर्मचारियों की होती है। इस स्थिति को स्पष्ट करने हेतु शासन से स्पष्ट आदेश जारी करने की मांग की गई है। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होता समिति कर्मचारियों द्वारा धान खरीदी से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया जायेगा।सुखत की राशि जब तक नहीं मिलता धान खरीदी समिति द्वारा नहीं किया जायेगा। लंबित 03 सूत्रीय मांगों एवं आपरेटर संघ की एक सूत्रीय मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा महासंघ ने घोषित की है ।

24 अक्टूबर 2025 शुक्रवार प्रदेश के 33 जिलों के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर जिलाधीशों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

28 अक्टूबर 2025 मंगलवार तुता, रायपुर में धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री एवं संबंधित विभागों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

3 नवंबर 2025 सोमवार प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आरंभ किया जाएगा। 

12 नवंबर 2025 से तुता रायपुर में अनिश्चितकालीन आंदोलन मांग पूर्ति तक शुरू होगा। जिसमें प्रदेश के लगभग 13,000 समिति कर्मचारी एवं 2,739 कम्प्यूटर ऑपरेटर संयुक्त रूप से भाग लेंगे। मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले की 19 समितियों एवं 27उपार्जन केंद्रों के प्रभारी, समस्त कर्मचारी एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर भी इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेंगे। इस दौरान प्रदेश के पूरे 2058 समितियो में तालाबदी से समिति के समस्त कार्य दिन खरीदी की समस्त तैयारी, धान खरीदी पंजीयन, काटाबाट सत्यापन, नमी मापक यंत्र कैलिबेशन, हमाल की व्यवस्था, फड़ की सफाई, फड़ की घेरा बंदी, लाईटिंग, रवि ऋण खाद बीज वितरण,नगद ऋण वितरण , नया सदस्यता, राशन दुकान, बचत बैंक, गैस एजेंसी सभी कार्य पूर्णतः बंद रहेगी।

धान का निराकरण क्यों नहीं....

 मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के साथ ही प्रदेश के कई जिलो में आज भी खुला मैदान में उपार्जन केंद्र में लाखों बोरा धान पड़ा हुआ है, इसका दोषी कौन? शासन द्वारा इसके लिए भी समिति को ही दोषी ठहराया जा रहा है। जो दुर्भाग्य पूर्ण व्यवहार है।

जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ, जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के अध्यक्ष भाईलाल देवांगन ने बताया कि हमारी मांगें लंबे समय से लंबित हैं। शासन द्वारा यदि जल्द समाधान नहीं किया गया तो प्रदेशभर में सहकारिता कार्य ठप हो सकता है।