*ITBP के द्वारा शैक्षणिक भ्रमण हेतु छात्रों का चयन कर तीन राज्यों के लिए किया रवाना*

*ITBP के द्वारा शैक्षणिक भ्रमण हेतु  छात्रों का चयन कर तीन राज्यों के लिए किया रवाना*

मोहला/औंधी --

आईटीबीपी ने स्थानीय युवाओं के दल को हरी झंडी दिखाकर चण्‍डीगढ, भुवनेश्‍वर(उड़ीसा) एवं कोझिकोड (केरल) के लिए किया रवाना किया ।  

 27वीं बटालियन भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने अपने अभियान क्षेत्र के सुदूर गाँवों से युवाओं के तीन दलों को शैक्षिक भ्रमण पर रवाना किया। इनमें 20 युवाओं को दिनॉंक 31.10.2025 को शैक्षिक भ्रमण हेतु चण्‍डीगढ़, दिनॉंक 01.11.2025 को 20 युवाओं को भुवनेश्‍वर (उड़ीसा) एवं 40 युवाओं को आज दिनॉंक-02-11-2025 को कोझिकोड (केरल) हेतु रवाना किया गया है। इन दलों में 40 युवक और 40 युवतियाँ शामिल हैं । वर्ष 2022-23 से अभी तक 14वें, 15वें एवं 16वें आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम सह शैक्षिक एवं जागरूकता भ्रमण कार्यक्रम के तहत 27वीं एवं 44वीं वाहिनी आई०टी०बी०पी० द्वारा 155 बालक एवं 156 बालिकाओं कुल 300 से ज़्यादा युवाओं को देश के विभिन्‍न तीर्थ स्‍थलों औद्योगिक नगरों एवं महानगरों का सफलता पूर्वक शैक्षणिक भ्रमण सम्‍पन्‍न करवाया जा चुका है।

17वें आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम सह शैक्षिक एवं जागरूकता भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्रीय मुख्यालय आईटीबीपी, राजनांदगाँव के सहयोग से एवं नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) राजनांदगाँव के तत्वावधान में चण्‍डीगढ़, भुवनेश्‍वर (उड़ीसा) एवं कोझिकोड (केरल) हेतु किया जा रहा है । 

श्री विवेक कुमार पाण्‍डेय, सेनानी 27वीं वाहिनी आई०टी०बी०पी० ने मानपुर कैम्‍प से तीनों दलों को हरी झंडी दिखाकर उनके गन्‍तव्य स्‍थान हेतु रवाना किया । मानपुर में आयोजित कार्यक्रम में कमांडेंट ने कहा कि चण्‍डीगढ़, भुवनेश्‍वर (उड़ीसा) एवं कोझिकोड (केरल) जैसे बड़े शहरों में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित बृहत आयोजनों का उद्देश्य विविधता में एकता को दर्शाता है, तथा इलाक़े की युवा पीढ़ी को भविष्य हेतु प्रेरणा प्रदान करने हेतु प्रोत्साहन भ्रमण का मौक़ा प्रदान किया गया है । उन्होंने कहा कि दल में शामिल सभी युवा छत्तीसगढ़ के ब्रैण्ड अम्बेसेडर के रूप में राज्य का प्रतिनिधित्व करने जो रहे हैं जो ज़िले के लिए गौरव का विषय है ।

इस वर्ष कार्यक्रम के पहले चरण में 10 युवाओं को वाहिनी द्वारा 23.10.25 से -03-10.25 तक 10 दिनों के भ्रमण हेतु मुंबई भेजा गया था, जो 03 नवम्‍बर को वापस मानपुर लौटेगा। इन दलों में मानपुर, चावेला, जबकसा, कुमहारी, बंधाटोला, मेधाबुर्ज, बंधाटोला, सरखेड़ा, टोहे, पानाबरस, हलोरा, सीतागॉव, ईरागॉव, मुचर, जामड़ी, सालेभट्टी, गट्टेपायली, नडेली, कोरचा, सम्‍बलपुर, मरकेली, भावासा, कंडोरी, कनेली, फुलकोडो, कोण्‍डे, डोरडे, मिचगॉव, कहेगॉव, जबकसा, शेरेपार, एवं उसमेल समेत कई गाँवों के युवा शामिल हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी युवा इस भ्रमण के लिए काफ़ी उत्साहित दिखे ।

देश के सबसे ज़्यादा वामपन्थ उग्रवाद से प्रभावित ज़िलों में शुमार मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के दूरस्थ गाँवों से इन भ्रमण आयोजनों के माध्यम से स्थानीय आदिवासी युवाओं को देश के अन्य हिस्सों की संस्कृतियों, लोकाचार और अन्य विकास के पहलुओं की जानकारी दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है ।