*विभागीय अनियमित के बीच जिला मुख्यालय मोहला में मनाया गया जनजातीय दिवस*

*विभागीय अनियमित के बीच जिला मुख्यालय मोहला में मनाया गया जनजातीय दिवस*

*जनजातीय गौरव दिवस : भव्यता के दावों के बीच अव्यवस्थाओं की खुली पोल*

मोहला

जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के जिला मुख्यालय मोहला में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के सरकारी कार्यक्रम में अव्यवस्थाओं और उपेक्षा की तस्वीर साफ़ दिखाई दी। मंच पर नेताओं और अधिकारियों के लिए विशेष इंतज़ाम चमकते रहे, जबकि दूसरी ओर आमंत्रित वैद्यराज, शहीद परिवारों और जनजातीय समाज के प्रतिनिधियों को उचित सम्मान और व्यवस्था न मिलना चर्चा का विषय बना रहा।

कार्यक्रम को भव्य बताने के दावे तो बड़े-बड़े किए गए, लेकिन ज़मीनी हकीकत इन दावों से मेल नहीं खाती दिखी। आमंत्रण प्रक्रिया से लेकर बैठक व्यवस्था तक, हर स्तर पर अव्यवस्थाएँ लोगों की नाराज़गी का कारण बनीं। कई अतिथि बिना सूचना के इधर-उधर भटकते रहे।

सबसे बड़ी विडंबना रही कि जिस जनजातीय समाज के नाम पर कार्यक्रम आयोजित किया गया, उसी समाज की भागीदारी बेहद कम दिखाई दी। दर्शक दीर्घा में अधिकांश स्थान छात्रावासों से बुलाए गए बच्चों से भरे नजर आए। स्थानीय जनजातीय लोगों का प्रतिनिधित्व नगण्य रहा, जिससे कार्यक्रम की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं।

जनजातीय गौरव दिवस जैसे महत्वपूर्ण आयोजन में उपेक्षा और अव्यवस्था की तस्वीर ने संबंधित विभागों की तैयारी और संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कार्यक्रम वास्तव में जनजातीय समाज को समर्पित था, तो उनकी उपस्थिति, सम्मान और सुविधा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।