*धान खरीदी केंद्र छछानपहारी प्रभारी पर कलेक्टर द्वारा की गई निलंबन की कार्रवाई*
*कलेक्टर तुलिका प्रजापति के निर्देश पर धान उपार्जन केन्द्र प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई*
*नमी के नाम पर 10 कट्टा धान रखने की शिकायत पर खरीदी केन्द्र प्रभारी गिरधर साहू हुए निलंबित*
मोहला
जिले में धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी बनाए रखने हेतु कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई है। ग्राम बहोरनभेड़ी के किसान देवीलाल साहू ने 02 दिसंबर 2025 को शिकायत दर्ज कराई थी कि धान उपार्जन केंद्र छछानपहरी में उन्होंने 24 नवंबर 2025 को धान बेचा था। केंद्र प्रभारी श्री गिरधर साहू द्वारा अधिक नमी का बहाना बनाते हुए उनसे 10 कट्टा बोरी धान नमी की भरपाई के नाम पर रख लिया। किसान ने इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की थी।
सहायक आयुक्त सहकारिता एवं सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं से प्राप्त जानकारी अनुसार कलेक्टर प्रजापति ने उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त सहकारिता श्री अनिल कुमार बनज, खाद्य अधिकारी दिलीप प्रधान, नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक एसएल ठाकुर को शिकायत की तत्काल जांच कर कार्रवाही के निर्देश दिए थे। निर्देशानुसार संयुक्त रूप ने उसी दिन उपार्जन केंद्र छछानपहरी पहुंचकर किसान देवीलाल साहू की उपस्थिति में जांच की। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर किसान को उनके 10 बोरी धान वापस किया गया।
कलेक्टर ने प्रमाणित शिकायत के आधार पर समिति के प्राधिकृत अधिकारी श्री जीवनलाल भुआर्य को केंद्र प्रभारी गिरधर साहू के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। जिसके पालन में समिति की बोर्ड बैठक 04 दिसंबर 2025 को बुलाई गई, जिसमें गिरधर साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उन्हें समिति प्रबंधक एवं धान खरीदी प्रभार से हटा दिया गया। साथ ही उनके विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश भी जारी किया गया है। किसानों की सुविधा और उपार्जन केंद्र के कार्य सुचारू रखने के लिए समिति के विक्रेता राकेश गिर गोस्वामी को नया समिति प्रबंधक एवं धान खरीदी प्रभारी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने धान खरीदी में किसी भी प्रकार की अनियमितता को गंभीर अपराध बताया है और विभागीय अधिकारियों को ऐसे मामलों में कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही किसानों से अपील की गई है कि वे धान को साफ-सफाई कर, अच्छी औसत गुणवत्ता का और पर्याप्त रूप से सुखाया हुआ धान ही उपार्जन केंद्र में लेकर आए ताकि समर्थन मूल्य पर विक्रय में किसी भी तरह की बाधा न आए।