CG - सनकी आशिक घटिया करतूत : शारीरिक संबंध बनाने से किया इंकार, सनकी आशिक ने दोस्त के साथ मिलाकर प्रेमिका को दी ये खौफनाक सजा

संपादक आर के देवांगन

CG - सनकी आशिक घटिया करतूत : शारीरिक संबंध बनाने से किया इंकार, सनकी आशिक ने दोस्त के साथ मिलाकर प्रेमिका को दी ये खौफनाक सजा
CG - सनकी आशिक घटिया करतूत : शारीरिक संबंध बनाने से किया इंकार, सनकी आशिक ने दोस्त के साथ मिलाकर प्रेमिका को दी ये खौफनाक सजा

गरियाबंद। जिले के बिन्द्रानवागढ़ से हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है।जहां एक सनकी आशिक ने दोस्त के साथ मिलाकर खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है। शारीरिक संबंध बनाने से इंकार करने पर सनकी आशिक ने अपने दोस्त के साथ मिलाकर अपनी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी और फिर उसके शव को कुंए में फेंक दिया। मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक, बिन्द्रानवागढ़ चौकी में मृतिका के पिता सुभेदी ओटी ने उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने पुलिस को बताया था कि उनकी 18 साल की बेटी सुरेखा ओटी घर से बिना बताए कही चली गई है। मामले की गंभीरता को देखकर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लापता सुरेखा की तलाश शुरू की, इस दौरान उन्हें बोईरगांव में रहने वाले कुंवर सिंह के खेत में बने कुंए में सुरेखा की लाश मिलने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम करवाया जिसमें हत्या की पुष्टि हुई

मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला की सुरेखा और बालाराम मलिक के बीच प्रेम संबंध था। इसके बाद पुलिस ने बालाराम मलिक और उसके दोस्त धनीराम नेताम से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया।

बालाराम और धनीराम ने पुलिस को बताया कि सुरेखा और बालाराम मलिक के बीच बीते 2 महीने से प्रेम संबंध चल था। दोनों एक दूसरे से फोन पर बात भी किया करते थे। सुरेखा बार-बार बालाराम से शादी करने की बात कहती थी, जिससे बालाराम काफी परेशान था। इस बीच उसने सुरेखा को मिलने के लिए बुलाया, हत्या की वारदात वाले दिन सुरेखा अपनी सहेली के साथ रात करीब 9 बजे परियाबाहरा रोड पहुंची जहां से बालाराम उसे अपने साथ जंगल के अंदर ले गया। जहां उसने सुरेखा से जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की, लेकिन सुरेख ने ऐसा करने से साफ़ इंकार कर दिया। यह बात बालाराम को इतनी नागवार गुजरी की उसने सुरेखा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने पूरी बात दोस्त धनीराम को बताई जिसने सुरेखा की लाश को मोटरसाइकल से ले जाकर बोईरगांव में रहने वाले कुंवर सिंह के खेत में बने कुंए में फेंक दिया।