कल 14/04/24 को कुछ मीडिया में प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष टहल साहू का बयान आया था जिसमें उन्होंने साहू समाज दवारा भाजपा को वोट नहीं देने एवं भुगतने की बात कही थी।

आर के देवांगन

कल 14/04/24 को कुछ मीडिया में प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष  टहल साहू  का बयान आया था जिसमें उन्होंने साहू समाज दवारा भाजपा को वोट नहीं देने एवं भुगतने की बात कही थी।
कल 14/04/24 को कुछ मीडिया में प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष  टहल साहू  का बयान आया था जिसमें उन्होंने साहू समाज दवारा भाजपा को वोट नहीं देने एवं भुगतने की बात कही थी।

कल 14/04/24 को कुछ मीडिया में प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष टहल साहू का बयान आया था जिसमें उन्होंने साहू समाज दवारा भाजपा को वोट नहीं देने एवं भुगतने की बात कही थी।

साहू समाज के आमजनों को यह बात सम्झ में अभी तक नहीं आ रही है कि प्रदेश अध्यक्ष किस आधार पर व किस मंशा के साथ राजनैतिक बयान बाजी कर रहे हैं: विजय साहू पूर्व सदस्य, क्रेडा

1. पहली बात तो यह है प्रदेश कहना है कि स्व. अर्जुन हिरवानी ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में समाज के जिन शोषकों और समाज के स्वयंभू नेताओं के खिलाफ युद्ध आरंभ किया था, जिसके चलते स्व. हिरवानी के साथ अभद्रता, मारपीट किया गया।

उनका अपमान किया गया फलस्वरूप स्व. हिरवानी जी सदमे में चले गए और अंततः अपने प्राण त्याग दिये। उसके पश्चात उपरोक्त लडाई को आगे बढ़ाने व समाज के अंदर व्यापक सुधार लाने हेतु समाज के लोगों में आपका चयन किया और प्रदेश साहू समाज का अध्यक्ष बनाया। शनैःशनैः आप प्रारंभ में उपरोक्त विचारों को लेकर आगे बढ़े और पूरे प्रदेश में नुशामु‌क्ति अभियान हेतु पद‌यात्रा की तैयारी किए कुछ जगहों पर पदयात्रा भी किये फिर आपकी पदयात्रा अचानक बंद हो गई सामाजिक सुधार का कार्य वहीं रुक गया और आप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बगले में ज्यादा समय बिताने लगे। आपको सत्ता सुख में आनंद आने लगी, कई बार आपने हेलीकाप्टर व वायुयान का पूर्व मुख्यमंत्री की कृपा से लुत्फ उठाया और आपकी दिशा एवं दशा अमिट होकर पूर्व मुख्यामंत्री के रहमोकरम पर केन्द्रित हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने आपका भरपूर दुरुपयोग एवं दोहन किया जो आज तक बदस्तूर जारी है।

2. आज आप किसके साथ खड़े है उन लोगों के साथ जिन्होंने स्व. अर्जुन हिरवानी के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले व्यक्ति को महिमामंडित एवं पुरुस्कृत किया।

3. जब वे प्रदेश के गृहमंत्री थे। आपको हिरवानी के परिवार के आंसू पोछने के बजाए, उनको न्याय दिलाने के बजाए विरोधियों के गले में हाथ डाल कर धूम रहे है।

4. आपको इस विषय पर समाज में अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। 3. जब स्व. भुवनेश्वर साहू की बिरनपुर में हत्या हुई पूरे साहू समाज के साथ साथ पूरा प्रदेश आक्रोशित था, तब उनके पिता वर्तमान विधायक ईश्वर साहू न्याय की मांग करते हुए, आपके तरफ आस लगाए देख रहे थे तब आप पूर्व मुख्यमंत्री के दूत बनकर ईश्वर साहू एवं परिवार को धन का लालच देकर चुप कराने गए थे, तब आपकी आत्मा ने आप में सवाल नहीं पूछा कि अध्यक्ष यह क्या कर रहे हो। 4 प्रदेश में जब विधान‌सभा चुनाव में तब साहू समाज की दो बेटियों के टिकट को भूपेश बघेल ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते काट दिया बिना किसी अपराध के खुज्जी से पूर्व विधायक छन्नी साहू एवं कसडोल से पूर्व विधायक सुत्री शकुतला साहू का, तब आपने मौन साधे रखा और सिर्फ मौन नहीं। अपने बहुत प्रिय को आपने कसडोलू में टिकूट दिलाई, बहन शकुंतला के साथ घोर अन्याय किया। आपने समाज की महिला शक्तियों का घोर अपमान किया, क्या आपको नहीं लग‌ता समाज की उन बेटियों से सम्पूर्ण समाज क्षमा मांगे।

5. वर्तमान लोकसभा चुनाव भाजपा द‌द्वारा प्रत्याशी घोषित होने के बाद आप अचानक नींद से जागे और भिलाई में आनन-फानन में एक होटल में सामाजिक बैठक बुलाकर चुनिदा लोगों के नाम पर आपने चुनिदा सीटों के लिए प्रस्ताव पारित किया। पहली बात उपयुक्त दुर्ग एवं महासमुंद से अन्य अनेकों सामाजिक दावेदार थे उनके नाम का प्रस्ताव में क्यों नहींरखा गया। महासमुंद से आपके प्रस्ताव में धनेंद्र साहू दावेदार थे उनकी जगह तामध्वज साहू को प्रत्याशी बनाया गया। अन्य लोक सभा क्षेत्रों के भी कई सामाजिक बंधु अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे थे आपने अपने प्रस्ताव में उन्हें सम्मिलित क्यों नहीं किया।

आप भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के पश्चात आज यह बयान दे रहे हैं इसका स्पष्ट आशय है कि आप आज भी पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व गृहमंत्री के इशारों पर समाज को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।

आपकी अंतरात्मा आपको धिक्कारती नहीं है? क्या आपको अपनी अतंरात्मा एवं समूचे समाज से क्षमा नहीं मांगनी चाहिए?

आपको याद दिलाना चाहूँगा प्रदेश अध्यक्ष जो कि साहू समाज के देवी आराध्य व आदर्श भक्त माता कर्मा एवं दानवीर भामाशाह सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं अपितु पूरे देश के साहू वंश का पथ-प्रदर्शन करती है।

भक्त माता कर्मा आज भी भक्ति की जीती जागती हम सबके बीच उदाहरण है, जिनके हाथों से भोग लगाने सम्पूर्ण ब्रहमांड के लायक भगवान श्री कृष्ण स्वयं उनके घर पर पधारते थे।

दानवीर भामाशाह को कौन भूल सकता है राष्ट्रहित में अपना सर्वस्व सम्पति महाराणा प्रताप को अर्पण किया और मुगलिया सल्तनत के खिलाफ साहू समाज की भूमिका को पूरे विश्व पटल पर अंकित किया। आज भक्त माता कर्मा का पुत्र एवं भामाशाह के सिद्धांती का अनुशरण करने वाला यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

सिर्फ साहू समाज नहीं देश के सभी समाजों एवं सभी धर्मों के बीच समरसता एवं एकता के साथ राष्ट्र का पुननिर्माण कर रहे हैं।

आज भारत को पूरे विश्व में अद्‌भुत पहचान व निणर्णायक भूमिका मिल रही है।

जो समस्त साहू वंश को गौरवान्ति करता है

आपका बयान नरेन्द्र मोदी के करोडों सामाजिक बंधुओ के हृदय को छल्नी कर गया, क्या आपको नहीं लगता कि आपको देश एवं प्रदेश के समुचे साहू समाज से क्षमा मांगनी चाहिए। और अंत में जब आपने राजनीतिक बयानबाजी प्रारंभ ही कर दिया।

तो कृपया कुछ प्रश्नों का उत्तर समाज आपके मुखारबिंद में सुनना चाहता है.....

1. क्या आपको जम्मू कश्मीर के धारा 370 बहाने जाने पर कोई एतराज है?

2. क्या आपको एक देश एक कानून लागू करने की प्रधानमंत्री की योजना से कोई एतराज है?

3. क्या आपको 500 वर्ष पुरानी हमारी छतीसगढ़ के भांजा श्री राम के मंदिर के पुनर्निर्माण से ऐतराज है प्रश्न तो और भी बहुत से है जिसका जवाब आपको समाज को देना होगा।

आपको राजनीति करना है तो इसमें कोई परेशानी नहीं है निश्चित रूप से आप कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता लेकर अपना बयान दे सकते हैं, पर समाज के अध्यक्ष के रूप में आपको तटस्थ रहकर एक नेत्र से सभी को देखना चाहिए।

आपको वर्तमान बयानबाजी धीर निराशाजनक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे लगता है कि आपको निश्चित रूप से समाज से क्षमा मांगनी चाहिए।

विजय साहू पूर्व सदस्य, क्रेडा

 

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