शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुन्दा में मनाया गया जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत दिवस
संपादक आर के देवांगन
अर्जुन्दा:- शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुंदा में जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री अजय कुमार मंडावी अध्यक्षता प्राचार्य डॉ रश्मि सिंह ने किया। साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में जी आर राणा पूर्व अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग छत्तीसगढ़ एवं सहवक्ता के रूप में कृष्ण कुमार साहू जिला संयोजक जनजाति गौरव स्मृति कार्यक्रम बालोद उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की छायाचित्र पर पूजा अर्चना माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम के संयोजक दीपिका कंवर सहायक प्राध्यापक समाजशास्त्र, एवं स्वागत उद्बोधन प्राचार्य डॉक्टर रश्मि सिंह द्वारा किया गया। डॉ रश्मि सिंह ने जनजाति समाज के नायकों के योगदान पर प्रकाश डाला।
सह वक्त कृष्ण कुमार साहू ने जनजाति समाज के नायक तिलका मांझी मंगल पांडे रानी दुर्गावती बहू भगत भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता जी राणा ने स्वलिखित पुस्तक निर्वाचन सार पुस्तकालय के लिए प्राचार्य को भेंट किया। साथ ही गुरु दत्तात्रेय के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरु दत्तात्रेय ने अपने जीवन में भंवर कबूतर जुगनू सहित 24 गुरु बनाएं।
मुख्य अतिथि पद्मश्रीअजय कुमार मंडावी ने जीवन में अनुशासन भगवान गौतम बुद्ध के आदिवासी गुरु आदिवासियों के गुरु प्रकृति पेड़ पौधे भूमि पर्वत पठार वादी सूर्य पर प्रकाश डाला।
पोस्टर रंगोली और भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को किया सम्मानित
जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर पोस्टर रंगोली और भाषण में का आयोजन किया गया था। जिसमें पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कु.पायल निषाद रही। वहीं राकेश कुंभकार भाषण में प्रथम स्थान और रंगोली में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। दिनेश कुमार और ठाकुर राम द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजेता प्रतिभागियों को पद्मश्री अजय मंडावी द्वारा प्रमाण पत्र और विजेता ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
साथ ही सभी अतिथियों का प्राचार्य डॉक्टर रश्मि सिंह ने प्रतीक चिन्ह श्रीफल और साल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सहसंयोजक डॉ प्रीति ध्रुवे एवं मनसंचालक डॉ दीपिका द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गढ़ कार्यालय कर्मचारी गण एवं छात्र-छात्राएं मुख्य रूप से उपस्थित रहे।