जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत तथा ऐतिहासिक एवं सामाजिक योगदान अनुपम एवं अद्वितीय :- सांसद भोजराज नाग शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद में जनजातीय गौरव स्मृति कार्यक्रम का किया गया आयोजन
जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत तथा ऐतिहासिक एवं सामाजिक योगदान अनुपम एवं अद्वितीय :- सांसद भोजराज नाग
शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद में जनजातीय गौरव स्मृति कार्यक्रम का किया गया आयोजन
बालोद,:- 13 नवंबर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग ने कहा कि आदिवासी समाज का राष्ट्रीय व समाज के निर्माण में योगदान तथा उनका गौरवशाली अतीत अनुपम एवं अद्वितीय है।
सांसद नाग आज जिला मुख्यालय बालोद के शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद में आयोजित जनजातीय गौरव स्मृति कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। वे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. जे के खलखों ने किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि पवन साहू, गोण्डवाना समाज के अधिकारी-कर्मचारी प्रकोष्ठ के संभागीय अध्यक्ष एवं जनसंपर्क अधिकारी चंद्रेश ठाकुर, राकेश यादव(छोटू), पे्रम साहू, कार्यक्रम के संयोजक कृष्णा साहू, कार्यक्रम के संयोजक जसराम नायक, सहसंयोजक सुश्री रूची पिस्दा सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर सांसद नाग ने स्वतंत्रता आंदोलन एवं राष्ट्र निर्माण में आदिवासी शहीदों एवं विभूतियों के योगदानों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद नाग ने कहा कि जब-जब राष्ट्र व समाज के सामने विपत्ति आई है आदिवासी समाज ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर उसका जोरदार ढंग से प्रतिकार किया है। इस अवसर पर उन्होंने समाज के विकास के लिए शिक्षा का प्रसार एवं नशापान एवं कुरीतियों के तिरस्कार को अत्यंत आवश्यक बताया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशेष अतिथि श्री पवन साहू ने राष्ट्र व समाज के नवनिर्माण में जनजातीय समाज के योगदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा केन्द्र व राज्य सरकार आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चन्द्रेश ठाकुर ने कहा कि आदिवासी समाज के लोगों का राष्ट्र व समाज के प्रति योगदानों की जब हम बात करते है तो वे एक उज्ज्वल साधना याद आती है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इतिहास का यदि सुक्ष्मता के साथ छीद्रान्वेषण किया जाए तो स्वाधीनता की लौ को सर्वप्रथम प्रज्ज्वलित आदिवासी समाज के लोगों ने की।
इस अवसर पर उन्होंने समाज के विकास के लिए शिक्षा एवं ज्ञानार्जन को ब्रह्मास्त्र बताते हुए सभी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षित एवं ज्ञानवान बनने को कहा। उन्होंने नशापान को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए इससे सर्वथा दूर रहने की अपील की।
समारोह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के संयोजक कृष्णा साहू ने स्वाधीनता आंदोलन तथा भारत के सांस्कृतिक विरासत को अक्ष्क्षुण बनाए रखने तथा जिनके संरक्षण एवं संवर्धन में आदिवासी समाज के लोगों के योगदानों पर रोचक एवं प्रेरणास्पद ढंग से विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम को महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. जेके खलखो एवं कार्यक्रम के संयोजक जसराम नायक ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई। समारोह में रंगोली, चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक गोपानंद खरे, सीडी मानिकपुरी, डाॅ. जेके पटेल सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
रिपोर्ट खास :-अरुण उपाध्याय बालोद
मो नम्बर :- 94255 72406