नाबालिग के गर्भवती होने के मामले ने खोल दी शिक्षा व्यवस्था की पोलआश्रम अधीक्षकों पर नहीं है अधिकारियों की लगाम: तुलिका कर्मा
आर के देवांगन

*नाबालिग के गर्भवती होने के मामले ने खोल दी शिक्षा व्यवस्था की पोलआश्रम अधीक्षकों पर नहीं है अधिकारियों की लगाम: तुलिका कर्मा*
*नाबालिग के गर्भवती होने के मामले ने खोल दी शिक्षा व्यवस्था की पोल*
*भाजपा नेता सब कुछ जान कर भी बन रहे है अंजान*
*तुलिका ने कहा प्राचार्य व वार्डन पर हो कड़ी कार्रवाई साथ ही शिक्षा विभाग से जुड़े सभी अधिकारी फील्ड में करें काम*
छत्तीसगढ़:दंतेवाड़ा। जिला पंचायत सदस्य तुलिका कर्मा ने कहा कि जिले में छात्राओं की शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। अधीक्षक हॉस्टल की देखरेख छोड़ अधिकारियों की चापलूसी व मलाई खाने में व्यस्त हैं। दरअसल कल जिले के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया फिर उसे टॉयलेट कमबोर्ड में डाल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले ने आवासीय विद्यालय की पोल खोलकर रख दी है। तुलिका कर्मा ने आज जिला अस्पताल पहुंच नाबालिक छात्रा से मुलाकात की साथ ही डॉक्टरों को नाबालिक को उचित ईलाज पहुंचाने निर्देशित भी किया। तुलिका ने बताया कि जिले में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय दंतेवाड़ा में पढ़ रही नाबालिक छात्रावास में रहने के दौरान नाबालिक गर्भवती हो गई और स्कूल प्रबंधन को पता ही नहीं चला यह बड़े शर्म की बात है। छात्रावासों में हर महीने बच्चों का रूटीन चेकअप किया जाता है पर एकलव्य विद्यालय में यह सुविधा भी नहीं दी जा रही है। तुलिका ने कहा कि अप्रैल माह में नाबालिक अपने घर कटेकल्याण पहुंची तब तक स्कूल प्रबंधन को नहीं पता चल सका कि छात्रा गर्भवती थी इसका मतलब प्राचार्य व वार्डन द्वारा बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जाता। शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारियों का आश्रम छात्रावासों के अधीक्षको पर लगाम नहीं है। कोई अधिकारी पढ़ाई व अन्य सुविधा की गुणवत्ता परखने जमीनी स्तर पर नहीं पहुंचते हैं। जिला मुख्यालय में इस तरह की घटना हो रही है तो आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अंदरूनी इलाकों का क्या हाल होगा। जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि इस तरह की घटना से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है। छात्रावासों में अपने बच्चों को शिक्षकों के भरोसे छोड़ने वाले पालक अब नए शिक्षा सत्र में किस पर भरोसा करें यह सोचने वाली बात है। इतने बड़े घटनाक्रम के बाद भी अभी तक प्राचार्य व वार्डन पर कोई कारवाई नहीं की गई है यह भी सुस्त प्रशासन की निशानी है। भाजपा के सभी नेता सब कुछ जानकर भी अंजान होने का नाटक कर रहे हैं। शासन-प्रशासन द्वारा अगर इस मामले में कड़ी कारवाई नहीं की गई तो ऐसे घटना की पुनरावृत्ति होना लाजमी है। तुलिका ने आगे कहा कि जल्द ही इस मामले को लेकर कलेक्टर मुलाकात कर स्कूल प्रबंधन साथ ही जो भी इस मामले में दोषी हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखेंगे।
ये लिंक भी देखें.....
@cgnewsplus24
#cgnewsplus24