*जल संरक्षण हेतु वाटरसेड महोत्सव 2025 की गई ग्राम बोरिया से जिला पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में कि गई शुरुआत*
*जमीन एवं जल संरक्षण वाटरशेड महोत्सव 2025*
*मानपुर ब्लॉक – बोरिया ठेकेदारी*
मोहला
मनपुर ब्लॉक के बोरिया ठेकेदारी में आज जमीन एवं जल संरक्षण वाटरशेड महोत्सव 2025 का शुभारंभ उत्साहपूर्वक किया गया। यह कार्यक्रम उप संचालक कृषि एवं कृषि विभाग, जिला राजनांदगांव द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल में जल संरक्षण, भूमि सुधार एवं सतत कृषि विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस अवसर पर *जिला पंचायत अध्यक्ष एवं एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह* जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान भाई-बहन शामिल हुए।
*मुख्य अतिथि नम्रता सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कहा:*
“जल संकट एक गंभीर वैश्विक चुनौती बन चुकी है। यदि आज हम जल और भूमि संरक्षण के प्रति सचेत नहीं हुए तो भविष्य की पीढ़ियों के लिए कठिनाइयाँ बढ़ जाएँगी। प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं — वाटरशेड विकास, खेत-तालाब निर्माण, मेढ़बंदी, चेक-डैम निर्माण तथा सूक्ष्म सिंचाई पद्धति — का लाभ सभी तक पहुँचाना हमारा लक्ष्य है। किसान उन्नत हो, खेत हरा-भरा हो, तो गाँव व पूरा जिला समृद्ध होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि “जल संरक्षण केवल सरकारी योजना नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है”।
भूमि में नमी संरक्षण, पेड़-पौधों को बढ़ावा, वर्षा जल का अधिकतम संग्रहण, तथा मृदा धसान रोकने के उपायों को ग्रामीण जीवन में अपनाने पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा वाटरशेड परियोजना की उपलब्धियाँ तथा भावी योजनाओं की जानकारी दी गई। किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों, बीज विविधीकरण, फसल पद्धति, जल संचयन तकनीक एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड की महत्ता से अवगत कराया गया। ग्रामीण महिलाओं को भी जल संरक्षण व पोषण वाटिका के संचालन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
अंत में, मुख्य अतिथि नम्रता सिंह जी ने सभी उपस्थित ग्रामीणों को जल संरक्षण के लिए संकल्प दिलाया कि वे अपने-अपने गाँव में जल संरक्षण के कार्यों में सक्रिय रूप से सहयोग करेंगे और परियोजना के हर पहलू को सफल बनाएंगे।
कार्यक्रम का संचालन कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दिया। कार्यक्रम के दौरान बोरिया ठेकेदारी में उत्साहपूर्ण एवं जागरूकता से परिपूर्ण वातावरण देखने को मिला। किसानों की भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता रही।