*राजापडाव,गौरगांव क्षेत्र के महिलाओं ने नशा मुक्ति के लिए छेड़ा अभियान महिला सशक्तिकरण अभियान में जुड़ रही हैं क्षेत्र की महिलाए*

*राजापडाव,गौरगांव क्षेत्र के महिलाओं ने नशा मुक्ति के लिए छेड़ा अभियान महिला सशक्तिकरण अभियान में जुड़ रही हैं क्षेत्र की महिलाए*
*राजापडाव,गौरगांव क्षेत्र के महिलाओं ने नशा मुक्ति के लिए छेड़ा अभियान महिला सशक्तिकरण अभियान में जुड़ रही हैं क्षेत्र की महिलाए*

*राजापडाव,गौरगांव क्षेत्र के महिलाओं ने नशा मुक्ति के लिए छेड़ा अभियान महिला सशक्तिकरण अभियान में जुड़ रही हैं क्षेत्र की महिलाए*

गरियाबंद: – मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के राजापडाव गौरगांव क्षेत्र जो पुरी तरह आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र है और इस क्षेत्र के महिलाओं द्वारा नशा जैसे बुराईयों को खत्म करने अभियान छेड़ा गया है। साथ ही महिला सशक्तिकरण अभियान में लगातार क्षेत्र की महिलाए व ग्रामीणजन जुड़ रहे हैं। साथ ही नशा जैसे बुराई को समाज से दुर कर परिवार व समाज में शांति स्थापित करने के साथ उन्नती करने के लिए संकल्प लिया जा रहा है, जिसमें क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेताओं मुखियाजन ग्राम प्रमुखों का भी सहयोग मिल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भुतबेडा, ग्राम मोतीपानी,भीमाटीकरा, बाहरापारा, मोंगराडीह, भालूपानी, तेन्दुछापर आदि ग्रामो के महिलाओं व ग्रामवासियों ने नशा छोडा घर जोडों बोतल तोडो अभियान चलाया है, जिसमें महिलाएं पुरूष मिलकर नशा मुक्ति अभियान में अपना सहयोग दे रहे हैं और इन ग्रामो के अंदर शराब बेचना पुरी तरह प्रतिबंध्द किया गया है। अगर कोई शराब बेचते पकडा गया, तो उनके खिलाफ 20 हजार रूपये का जुर्माना लिया जायेगा। इस सबंध में बकायदा ग्रामीण महिलाओं व ग्रामीणों ने बैठक लेकर निर्णय लिया है, इस दौरान क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक दलसूराम मरकाम, भुतबेडा के सरपंच व ग्रामीण महिलाओं व पुरूषो ने कहा नशा सब बुराईयों की जड़ होता है । नशा मनुष्य को असंतुलित आसामाजिक बनाती है इसी कारण हमारे समाज में मदिरापान को पाप माना जाता है। शराब के नशे में व्यक्ति विवेकहीन होकर बेकार असंगत, अशलील हरकत एवं दुर्यव्यवहार करता है वह शिक्षा सभ्यता संस्कार सामाजिक मर्यादा को तोड़कर नशे की हालत में गाली गलौच मारपाीट अनुचिेत व्यवहार करने लगता है। नशापान से जंहा व्यक्ति का मान सम्मान कम होता है वही आर्थिक रूप से वह पुरी तरह कमजोर हो जाता है साथ में समाज में भी उनका सम्मान नही होता, नशापान परिवारिक बर्बादी का कारण होता है, इसलिए क्षेत्र के महिलाआें व ग्रामीणाें ने अपील किया है कि हमारें गांव में अब कोई भी शराब नही बनायेगा और नही बेचेगा तब कही जाकर हमारा गांव हमारा समाज विकास के पथ पर आगे बढ़ेंगे, साथ ही महिला सशक्तिकरण अभियान को सफल बनाने के लिए बैठक में चर्चा किया गया। इस दौरान बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरूष शामिल हुए और सभी ने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने संकल्प लिया है।

रिपोर्ट-रौद्र विजय यादव

मो-+91 79994 76121