मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग

मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग
मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग
मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग
मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग

मोटर सायकल से ही अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी और कच्चापाल पहुचे एसपी मोहित गर्ग बच्चों को खेलते देखा तो खुद को उनसे मिलने से रोक नहीं पाए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग

नारायणपुर पुलिस अबुझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गांव इरकभट्ठी में ‘‘गोतियाल पुलिस - निया पुलिस, निया नार’’ के तहत संचालित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग जिले के अन्य पुलिस अधिकारियों नीरज चन्द्राकर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुज कुमार (उप पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय (उप पुलिस अधीक्षक) और दीपक कुमार साव (रक्षित निरीक्षक) के साथ मोटर सायकल में सवार होकर ग्राम इरकभट्ठी पहुचे। सिविक एक्शन के दौरान 53 बटालियन आईटीबीपी के सहायक सेनानी लियो और थाना प्रभारी योगेन्द्र वर्मा भी उपस्थित रहे।इरकभट्ठी में आयोजित कार्यक्रम ‘‘गोतियाल पुलिस - निया पुलिस, निया नार’’ में गांव और आसपास के गांव के सैकड़ों आम नागरिक, महिलायें और बच्चे उपस्थित रहे। पुलिस द्वारा युवकों और छात्रों को खेल सामग्री जैसे बेट-बाॅल, स्टम्प, फुटबाॅल, वाॅलीबाॅल, वालीबाॅल नेट और रिंग इत्यादि भेंट स्वरूप वितरित किये गये वहीं महिलाओं को साड़ी व पुरूषों को लूंगी दिया गया तथा छोटे बच्चों को बिस्कुट और चाॅकलेट इत्यादि वितरित किये गये। कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत ग्रामीण लोगों को पुलिस द्वारा भोजन कराया गया।जिला मुख्यालय नारायणपुर से लगभग 35 कि.मी. दूर वन, झील, झरना और पर्वत श्रृंखलाओं के बीच जिला के पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ अधिकारियों को पाकर लोगों में पुलिस-प्रशासन के प्रति विश्वास की नींव बनी है।  गर्ग ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि थाना में तैनात पुलिस और आईटीबीपी के प्रत्येक जवान आप सबके सुविधा और सुरक्षा के लिए मुस्तैद हैं। किसी भी प्रकार के सहयोग और सुरक्षा के लिए आम नागरिक पुलिस थाना जाकर अपनी समस्या का निराकरण करा सकते हैं।  गर्ग ने डीएसपी  लक्ष्मण पोटाई का जिक्र करते हुए कहा कि इस छोटे से गांव के युवा  लक्ष्मण पोटाई को आपने देखा है कि वह अच्छी शिक्षा के बदौलत उप पुलिस अधीक्षक बनकर आपके गांव का नाम रौशन किया है। आप सभी से भी अपील है आप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने में मदद करें, पुलिस प्रशासन इसमें आपके साथ है। आत्मविश्वास से लबरेज एक बुजुर्ग ग्रामीण ने  गर्ग से कहा कि ये गांव हमेशा से खुद को नक्सलियों के दशहत और आतंक से सहमा हुआ पाया है, आज हमारे प्रति आपकी और आपके टीम की चिंता और प्रेम को देखकर लगा मानों आप सब हमारे परिजन हैं। इरकभट्ठी में आयोजित कार्यक्रम के बाद अचानक पुलिस अधीक्षक  मोहित गर्ग अपने अधिनस्थ अधिकारियों के साथ मोटर सायकल से ही कच्चापाल निकल पड़े। वहां के लोगों से उनके घरों में मिलकर विकास कार्यों और आवश्यक संसाधनों के बारे में चर्चा की। चर्चा के दौरान जब उन्होंने गांव के बच्चों को खेलते हुए देखा तो बच्चों से मिलने से खुद को रोक नहीं पाये। बालकों से मिलकर  गर्ग में उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनका मार्गदर्शन करते हुए कहा कि ‘‘बच्चे, खासकर छात्र देश के सफल और सुखद भविष्य के आधारस्तंभ होते हैं। आप न सिर्फ मन लगाकर पढ़ें, बल्कि आगे बढ़कर देश-दुनिया में अपने माता-पिता, विद्यालय और अबुझमाड़ की नाम रौशन करें। आप अपने संकल्प शक्ति के बल पर जो चाहें, जैसा चाहें, पद और प्रतिष्ठा पा सकते हैं। मेरी शुभकामना है कि आप सब सफल और बेहतरीन इंसान बनें।’ ’

सम्पादक- आर के देवांगन

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