*धरती के सिंगार ने किया सुप्रसिद्ध नाल वादक गणेश यादव का सम्मान*
*धरती के सिंगार ने किया सुप्रसिद्ध नाल वादक गणेश यादव का सम्मान*
*राजनांदगांव//* छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक सांस्कृतिक संस्था धरती के सिंगार भोथीपार कला राजनांदगांव के संचालक महेश्वर दास साहू ने छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कला साधक गणेश यादव निवासी कांकेतरा का एक श्री फल, साल, और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। गणेश यादव ने अपना जीवन कला के प्रति समर्पित कर दिए, मानस मंच, लोक मंच व राउत नाचा के माध्यम से उन्होंने ने छत्तीसगढ़ के संस्कृतियों को जीवंत रखने में महती भूमिका निभाई है वो सराहनीय है. सुप्रसिद्ध लोक सांस्कृतिक संस्था धरती के सिंगार को यादव ने अपने जीवन के अमूल्य 7 साल दिए हैं। महेश्वर दास साहू द्वारा संचालित धरती के सिंगार में नाल वादन, तबला वादन, गायन, व्याख्यान के माध्यम से राजनांदगांव जिले में उनका एक विशिष्ट पहचान है। मानस मंच आयोजन के माध्यम से धरती के सिंगार के संचालक महेश्वर दास साहू व मंच संचालक खिलेश्वर सिंह निर्मलकर, गायक बसंत निर्मलकर व सभी कलाकारों के द्वारा सम्मान प्रेषित करते आशीर्वाद प्राप्त किए। चर्चा के दौरान गणेश यादव ने कहा कि मेरी आखरी आरजू है प्रभु श्री राम से कि आखरी सांस तक प्रभु जी के भजन गाता रहूं और भजन गाते गाते मोक्ष को प्राप्त करूं। बहुत बड़ी बात कह दिए, साथ ही शब्दों के समा बांधते नाल वादन करते अपने सुरीले कंठ से भजन प्रस्तुत किए "छाप तिलक सब" कांकेतरा व आस पास के आय मानस श्रोता ने उनकी प्रस्तुति को सराहा और तालियों की बौछार होने लगी। सम्मान की इस कड़ी में लोक सांस्कृतिक संस्था धरती के सिंगार के संचालक महेश्वर दास साहू, मंच संचालक खिलेश्वर निर्मलकर, लोक गायक बसंत निर्मलकर, संगीत निर्देशन चूरामन पटेल, डॉ. शिव कुमार साहू, रूमेश कुमार साहू प्रदीप जनबंधु, नूतन यादव, ओमकार चंद्रवंशी, गोपाल यादव, मनीष देवांगन उपस्थित रहे। सम्मान प्राप्त कर गणेश यादव ने पूरे धरती के सिंगार का आभार व्यक्त किए।