दो साल बाद चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 2 अप्रैल से होगा। जिसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस बार जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र गंगा मैया मंदिर झलमला में मेला लगेगा।

दो साल बाद चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 2 अप्रैल से होगा। जिसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस बार जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र गंगा मैया मंदिर झलमला में मेला लगेगा।
दो साल बाद चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 2 अप्रैल से होगा। जिसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस बार जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र गंगा मैया मंदिर झलमला में मेला लगेगा।

दो साल बाद चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 2 अप्रैल से होगा। जिसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस बार जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र गंगा मैया मंदिर झलमला में मेला लगेगा।

बालोद :-चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 2 अप्रैल से होगा। जिसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस बार जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था का केंद्र गंगा मैया मंदिर झलमला में मेला लगेगा। जिसका इंतजार लोग पिछले दो साल से कर रहे हैं। इसके अलावा मुख्य मंदिर गर्भगृह में भक्तों की एंट्री होगी।

श्रद्धालु दूर के बजाय नजदीक से माता का दर्शन कर सकेंगे।

जिसकी पुष्टि मंदिर ट्रस्ट ने की है।रोजाना सुबह से रात तक विविध धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके लिए गंगा मैया मंदिर ट्रस्ट की ओर से शेड्यूल जारी किया गया है। मार्च 2020 में कोरोना लॉकडाउन की वजह से भक्तों की एंट्री नहीं हो पाई थी। जिसके बाद 2021 के चैत्र नवरात्रि पर भी कोरोना के पॉजिटिव केस बढ़ने की वजह से जिला प्रशासन की ओर से बंदिशें लगाई गई थी। हालांकि इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन कर मंदिर परिसर में भक्त पहुंचे थे ।

लेकिन अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। शत चंडी यज्ञ करने वृंदावन से आएंगे पंडित गंगा मैया मंदिर परिसर में नवरात्र महोत्सव के तहत 2 से 10 अप्रैल विविध कार्यक्रम होंगे। नवरात्रि तक प्रतिदिन सुबह 7 बजे से वृंदावन के आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री व उनके सहयोग शत चंडी यज्ञ, दुर्गा सप्तशती सस्वर पाठ करेंगे।

5 से 9 अप्रैल रात 10 से 12 बजे तक बालिका रामधुनी घोटिया, गोपाल बलराम नाचा पार्टी निपानी की प्रस्तुति होगी। 5 से 9 अप्रैल तक दोपहर 2.30 से 5 बजे तक हरिकीर्तन होगा। 10 अप्रैल को दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक मैजिक शो युक्त रामधुनी होगी। पहले की तरह इस बार दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु गंगा मैया मंदिर ट्रस्ट प्रमुख सोहनलाल टावरी ने बताया कि इस नवरात्रि दूर के बजाय अंदर में आकर श्रद्धालु देवी दर्शन कर आशीर्वाद ले सकेंगे। पिछले दो साल में चैत्र नवरात्रि के दौरान कोरोना की वजह से बंदिशें थी, जो इस बार नहीं रहेगी। हालांकि संक्रमण के रोकथाम के लिए जरूरी उपाय किए जाएंगे।

कोरोना के पॉजिटिव केस कम होने से स्थिति सामान्य हो चुकी है। बावजूद सुरक्षा के लिहाज से यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अपील करेंगे कि मास्क जरूर लगाएं।

रिपोर्ट :- अरुण उपाध्याय बालोद