नवसंकल्प चिंतन शिविर के लिए नेताओं को दी गई अलग-अलग जिम्मेदारी: भूपेश बघेल

नवसंकल्प चिंतन शिविर के लिए नेताओं को दी गई अलग-अलग जिम्मेदारी: भूपेश बघेल
नवसंकल्प चिंतन शिविर के लिए नेताओं को दी गई अलग-अलग जिम्मेदारी: भूपेश बघेल

नवसंकल्प चिंतन शिविर के लिए नेताओं को दी गई अलग-अलग जिम्मेदारी: भूपेश बघेल

राजस्थान के उदयपुर जिले में 13 से 15 मई तक चलने वाले कांग्रेस के नवसंकल्प चिंतन शिविर को लेकर दिल्ली में सोनिया गांधी ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी.

 बैठक में शामिल होने भूपेश बघेल भी सोमवार को दिल्ली पहुंचे थे. देर रात वे दिल्ली से वापस रायपुर लौटे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली प्रवास के बाद सोमवार देर रात रायपुर पहुंचे. उन्होंने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीडब्ल्यूसी की बैठक पर कहा कि 'आगे होने वाले चिंतन शिविर के लिए अलग-अलग नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है'. 13 से 15 मई तक उदयपुर में कांग्रेस का नवसंकल्प चिंतन शिविर शुरू हो रहा है. इस शिविर में करीब 400 लोग शामिल हो रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर संगठन में किसी न किसी पद पर हैं या फिर संगठन अथवा सरकार में पदों पर रह चुके हैं.

नक्सलियों से चर्चा के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'नक्सली भारत के संविधान विश्वास व्यक्त कर दें. हम किसी भी मंच पर चर्चा करने के लिए तैयार है. छत्तीसगढ़ सरकार अच्छा काम कर रही है. इसलिए जनता लगातार तारीफ कर रही है. जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी लगातार बढ़िया काम कर रहे हैं'

भेंट मुलाकात अभियान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा कि 'शासकीय योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए हम निकले हुए हैं. बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. किसान बहुत खुश हैं. छात्र-छात्राएं, महिलाएं, गरीबों को सुविधाएं मिल रही है. जहां कमी है उसको पूरा करने के निर्देश भी दिया जा रहा है.