5 लाख इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, शासन की नई से प्रभावित होकर लिया फैसला

5 लाख इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, शासन की नई से प्रभावित होकर लिया फैसला

मोहला-मानपुर : छत्तीसगढ़ के माओवादी विरोधी अभियान को लेकर एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। दम तोड़ रहे नक्सली आंदोलन को जोरदार झटका देते हुए आरकेबी डिविजन के कोतरी एरिया कमेटी सदस्य और एलओएस डिप्टी कमांडर रूपेश मंडावी ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उस पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार झा  के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक वाय.पी. सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे “ऑपरेशन प्रयास” और छत्तीसगढ़ शासन की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 से प्रभावित होकर रूपेश मंडावी ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया।

रूपेश ने बताया कि संगठन में उपेक्षा, भेदभावपूर्ण व्यवहार और लगातार बढ़ते आंतरिक मतभेदों के चलते वह मानसिक रूप से टूट चुका था। साथ ही, माओवादियों द्वारा आदिवासियों पर किए जा रहे अत्याचारों से वह आहत था। उसने संविधान और लोकतंत्र में आस्था जताते हुए मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव पिता मनकेर मंडावी उम्र 34 वर्ष ग्राम मुंजाल थाना मदनवाड़ा, सीतागांव, औंधी, मानपुर, गोंडातुर, पखांजुर (कांकेर) और माड़ क्षेत्र (नारायणपुर) में सक्रिय था। वर्ष 2012 में संगठन में भर्ती होकर सीएनएम की सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़ा। 2021 में एसीएम पद पर प्रमोट हुआ और 2023 से डिप्टी कमांडर के तौर पर कार्य कर रहा था।

आत्मसमर्पण की इस सफलता के पीछे डीआरजी, आईटीबीपी और जिला पुलिस बल की संयुक्त रणनीति और कड़ी मेहनत है। पुलिस अधीक्षक वाय.पी. सिंह ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत सहायता प्रदान की जाएगी और अन्य माओवादियों से भी मुख्यधारा में लौटने की अपील की जाती है।