'पार्टी के अंदर खींचतान नहीं, बल्कि संभावना, हाईकमान के पास सुरक्षित है निर्णय' ????

'पार्टी के अंदर खींचतान नहीं, बल्कि संभावना, हाईकमान के पास सुरक्षित है निर्णय' ????
'पार्टी के अंदर खींचतान नहीं, बल्कि संभावना, हाईकमान के पास सुरक्षित है निर्णय' ????

'पार्टी के अंदर खींचतान नहीं, बल्कि संभावना, हाईकमान के पास सुरक्षित है निर्णय'

 छत्तीसगढ़ के विधायकों के दिल्ली दौरे से सियासत गर्मायी हुई है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर खींचतान नहीं है. हाईकमान ने हम सबको बुलाया था. सिंहदेव ने यह भी कहा कि क्या होना है, ये निर्णय हाईकमान के पास सुरक्षित है यानी अभी फैसला नहीं हुआ. यअभी किसी को जानकारी नहीं है कि हाईकमान ने क्या निर्णय लिया है. सिंहदेव ने बृहस्पत सिंह के बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी.

 टीएस सिंहदेव ने कहा कि 'पार्टी में कोई खींचतान नहीं जितनी संभावनाएं हैं. जिसके बारे में सभी चिंतन कर रहे हैं. चुनाव के पहले सभी ने मिलकर काम किया था. सभी को मौका मिल सकता है. ये सवाल लोगों के जबान और सोच में रहे. ढाई-ढाई साल की भी बात सामने आई. लेकिन ढाई साल के बाद 4 महीने भी बीत गए. 24 अगस्त को हाईकमान ने हमें बुलाया था जिसमे भूपेश बघेल और मैंने राहुल गांधी से मुलाकात की थी. 27 अगस्त को फिर से भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी. क्या होना है यह निर्णय हाईकमान के पास निर्णय सुरक्षित रहता है. उस पर उन्हीं को निर्णय लेना है कोई नई स्थिति नहीं बनी है, जो बात हाई कमान के सामने है उनको निर्णय लेना है'.

बृहस्पत सिंह के बयान पर सिंहदेव ने कहा कि 'जय-वीरू एक जैसी ही बात करेंगे. दूसरे नेता जो बयान देते हैं, उसे लेकर पार्टी को ध्यान देना होगा, निर्णय लेना होगा. सबकी अपनी अपनी प्रवृत्ति होती है. इस सम्बंध में पार्टी को ध्यान देना चाहिए और पार्टी को ही निर्णय लेना होगा'.

 टीएस सिंहदेव ने कहा कि 'फैसला भी सुरक्षित है. इसलिए कोई निर्णय नहीं लिया गया. यह मानना चाहिए. फैसला होता तो केवल घोषणा की बात होती. जज साहब ने अगर कोई ऑर्डर लिख दिया तो पता चल जाता है. ऑर्डर क्या लिखा गया है. अभी हाईकमान के पास फैसला सुरक्षित है तो जानकारी किसी को नहीं है कि अंततः उन्होंने क्या निर्णय लिया है जिसकी वह घोषणा करेंगे'.

 बीजेपी प्रवेश को लेकर सिंहदेव ने कहा कि 'मैं इस तरह का व्यक्ति नहीं हूं जो आज कुछ कह रहा है तो कल उल्टी बात करूं, आज मैं कहूँ भारतीय जनता पार्टी में यह कमियां है और बाद में उनके लिए ताली बजाऊं. फिर कभी मैं अपना चेहरा आइने में नहीं देख सकूंगा. कांग्रेस की विचारधारा से लीडरशिप से जो जुड़ाव है. कभी भी बीजेपी में जाने का प्रश्न ही नहीं उठता'.