कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के हालात दर्शाने वाली विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बालोद में जोरदार रिस्पांस मिल रहा है।

कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के हालात दर्शाने वाली विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बालोद में जोरदार रिस्पांस मिल रहा है।
कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के हालात दर्शाने वाली विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बालोद में जोरदार रिस्पांस मिल रहा है।

कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के हालात दर्शाने वाली विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बालोद में जोरदार रिस्पांस मिल रहा है।

बालोद- शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखने प्राची सिनेमा में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरूष इकट्ठा हुए।

कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के हालात दर्शाने वाली विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बालोद में जोरदार रिस्पांस मिल रहा है। फिल्म में कश्मीर में बिगड़े हालात से शुरू कर पड़ोसियों द्वारा विश्वासघात व कट्टरपंथियों का साथ देने, कश्मीरी पंडितों पर जुल्म, उनके पलायन, सरकार व पुलिस के ढुुलमुल रवैये, घर वापसी की उम्मीद पाले कश्मीरियों के संघर्ष और युवा पीढ़ी की कश्मीर वापसी की उम्मीदों को दर्शाया गया है। शनिवार को प्राची सिनेमा में नौ से 12 बजे वाला शो हाउस फूल रहा।

रात के शो के लिए बीजेपी नेता शरद ठाकुर, कमलेश सोनी, सुरेंद्र देशमुख आदि ने थियेटर की कई सीटे बुक कर रखी थी। हाथों में तिरंगा झंडा और फ़िल्म का पोस्टर लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और उसके बाद देशभक्ति के नारे लगाते हुए रैली की शक्ल में प्राची सिनेप्लेक्स पहुंचे। उत्साहित दिखे दर्शक, बुकिंग लगातार जारी फिल्म देखने वाले दर्शक काफी उत्साहित दिखे।

खासकर युवाओं में फिल्म को लेकर खासा उत्साह है।

सिनेमा प्रबंधन के अनुसार बुकिंग लगातार जारी है। काफी अच्छा रिस्पांस है। युवा वर्ग का कहना है कि फिल्म जन-जन तक पहुंचनी चाहिए। लोगों को कश्मीर की हकीकत का पता चलना चाहिए। छत्तीसगढ़ में फ़िल्म टैक्स फ्री हो इस चलचित्र को कर मुक्त किए जाने की मांग लोगों द्वारा की जा रही है।

लोगो का कहना है कि कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार की सच्चाई सामने लाने वाली इस फिल्म का प्रचार-प्रसार सुगम और सुलभ हो सके इसके लिए इस फिल्म को कर मुक्त किया जाना चाहिए। जिससे प्रदेश का हर वर्ग का नागरिक इस फिल्म को देख सके। फ़िल्म देखने पहुंची ज्यादातर महिलाओ ने कहा कि वह खुद तो फिल्म देख ही चुकी हैं। चाहती हैं कि परिवार का हर सदस्य फिल्म देखे। छत्तीसगढ़ में भी फिल्म को टैक्स फ्री किया जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फिल्म देखें और उन्हें कश्मीर की हकीकत का पता चले।

 रिपोर्ट :- अरुण उपाध्याय