केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री द्वारा मंच पर घोषणा उपरांत सीएसवीटीयू परिसर में प्रभारी निदेशक बीएसपी को सतनामी समाज के मांगों को क्रियान्वयन करने दर्जनों लोगों के मध्य निर्देशित किया गया था ।
केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री द्वारा मंच पर घोषणा उपरांत सीएसवीटीयू परिसर में प्रभारी निदेशक बीएसपी को सतनामी समाज के मांगों को क्रियान्वयन करने दर्जनों लोगों के मध्य निर्देशित किया गया था ।
भिलाई//प्रदेश सतनामी समाज के धामों में से एक सेक्टर 6 सतनाम भवन के प्रबंधन गुरू घासीदास सेवा समिति का चुनाव संपन्न हो गया परंतु चुनाव के पिछे बहुत से प्रश्न समाज के लिए छुट गया। चुनाव में द्वितीय पैदान पर रहे सतनाम युवा एकता पैनल पूर्ण रूप से संकल्पित होकर समाज को समग्र विकास की ओर ले जाने की कायावाद तेज कर दिया था उसी क्रम में युवाओं ने गत 18 दिसंबर को केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री को आमंत्रित कर समाज के लिए लगभग 16 करोड़ रू. की लागत के 50-50 सीटर क्षमता वाले बालक-बालिका ट्रांजिट छात्रावास,लगभग 10 करोड़ रू. की लागत के केन्द्रीय पुस्तकालय सह आडोटोरियम सहित सिविक सेंटर में दो एकड़ भूमि का मांग किया था जिसे केन्द्रीय मंत्री द्वारा सहर्ष स्वीकृति प्रदान किया गया था और बीएसपी के निदेशक प्रभारी को मांगों के क्रियान्वयन के लिए निर्देशित किया गया था। युवा वर्ग समिति के माध्यम से प्रदेश में समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को जोड़कर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार-स्वरोजगार पर केन्द्रित विकास का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ते हुए कार्य कर रहा था जिस क्रम में राजकीय तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के कुलपति सहित अन्य शिक्षाविदों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के मार्गदर्शन में सहयोग लेकर रूपरेखा तैयार किया जा रहा था। उक्त सभी कार्य युवा पैनल के हार से खट्टाई में चले गया और समाज वापस हाशिये पर आ गया। कोई भी समाज वरिष्ठों के होश और युवाओं के जोश से विकास करता है परंतु यह सतनामी समाज के लिए चिंता का विषय है कि योग्य युवाओं की टीम ही चुनाव में बाहर हो गई और वरिष्ठों का दबदबा बरकरार रहा। समाज में वरिष्ठ नागरिक सेवानिवृत्ति के बाद पूछपरख सहित सम्मान की चाह में समाजिक पदों पर आसीन होते आए है और समाज में नवाचारों को दरकिनार करते रहे है ऐसे में किसी भी समाज का सर्वांगीण विकास कैसे संभव होगा। वहीं समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में 322 उच्च शिक्षित युवतियों ने भाग लिया तो 64 युवकों ने भाग लिया था जिसमें युवकों की शैक्षणिक योग्यता भी युवतियों के अपेक्षाकृत बहुत कम रहा है। कृषि-मजदूरी, शासकीय व निजी क्षेत्र में सेवा के अतिरिक्त व्यवसाय के क्षेत्र में सतनामी समाज का योगदान बहुत ही कम है और युवाओं में नशे का बोलबाला है जिसके कारण पुस्तैनी संपत्ति बिक रही है ऐसे में उन युवाओं को एक नई दिशा देने के लिए कुछ युवा आगे आए और समाज को अवसर प्रदान करने का निवेदन किया पर वे समाज के ढर्रे परंपरा के आगे घुटने टेक दिए। समिति के समाजिक चुनाव भी राजनैतिक दांव पेंच से भरा रहा जिसमें वरिष्ठों के आगे युवाओं की एक ना चली और वरिष्ठ पैनल की विजय हुई। क्या नव निर्वाचित समिति अध्यक्ष आर.डी.देशलहरा की टीम युवाओं के विचार व अधूरे कार्य को पूर्ण करने में सफल हो पाऐंगे या महज पूछपरख-मानसम्मान वाले ढर्रे तरीकों पर सिमट जाऐंगे यह वक्त ही बताएगा।
क्रमशः
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