विश्वविश्व बाल सुरक्षा दिवस : बच्चों में बाल अधिकारों की जागरूकता और बाल कल्याण समानता हेतु सामाजिक समरसता जरूरी व बच्चों को अपने कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना आवश्यक- बृजमोहन
विश्व बाल सुरक्षा दिवस : बच्चों में बाल अधिकारों की जागरूकता और बाल कल्याण समानता हेतु सामाजिक समरसता जरूरी व बच्चों को अपने कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना आवश्यक-
बृजमोहन छत्तीसगढ़ के पुर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने
01 जून को विश्व बाल सुरक्षा दिवस
के अवसर पर सभी बच्चों के स्वस्थ और अच्छी शिक्षा के साथ साथ, खुशहाल व उज्जवल जीवन की कामना की है। बृजमोहन ने अपने संदेश में कहा कि, बच्चों में बाल अधिकारों की जागरूकता और बाल कल्याण समानता हेतु सामाजिक समरसता जरूरी है व बच्चों को अपने कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना आवश्यक है।
विश्व बाल सुरक्षा दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि बच्चों का यौन शोषण की घटनाओं को रोकने हेतु, कानूनों का कड़ाई से पालन होना चाहिए व बच्चों के स्वस्थ, सुपोषित और सुरक्षित जीवन देना पुरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है इसे सभी को ईमानदारी से निभाना चाहिए। बच्चों के मन बहुत कोमल होते हैं इसलिए उन्हें समझते हुए संवेदनशीलता के साथ बहुत प्यार से व्यवहार किया जाना चाहिए।
विश्व बाल सुरक्षा दिवस वह अवसर है, जब हम बच्चों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराते हुए याद करते हैं। आज के बच्चे कल भविष्य हैं। बच्चों के अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता जरूरी हैं।
बृजमोहन अग्रवाल ने बच्चों के अच्छे भविष्य हेतु भगवान से प्रार्थना की और देशवासियों से अपील की की अपने आसपास के गरीब बच्चों के मदद हेतु आगे आयें। बाल सुरक्षा दिवस : बच्चों में बाल अधिकारों की जागरूकता और बाल कल्याण समानता हेतु सामाजिक समरसता जरूरी व बच्चों को अपने कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना आवश्यक-
बृजमोहन छत्तीसगढ़ के पुर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने 01 जून को विश्व बाल सुरक्षा दिवस के अवसर पर सभी बच्चों के स्वस्थ और अच्छी शिक्षा के साथ साथ, खुशहाल व उज्जवल जीवन की कामना की है। बृजमोहन ने अपने संदेश में कहा कि, बच्चों में बाल अधिकारों की जागरूकता और बाल कल्याण समानता हेतु सामाजिक समरसता जरूरी है व बच्चों को अपने कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना आवश्यक है। विश्व बाल सुरक्षा दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि बच्चों का यौन शोषण की घटनाओं को रोकने हेतु, कानूनों का कड़ाई से पालन होना चाहिए व बच्चों के स्वस्थ, सुपोषित और सुरक्षित जीवन देना पुरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है इसे सभी को ईमानदारी से निभाना चाहिए। बच्चों के मन बहुत कोमल होते हैं इसलिए उन्हें समझते हुए संवेदनशीलता के साथ बहुत प्यार से व्यवहार किया जाना चाहिए। विश्व बाल सुरक्षा दिवस वह अवसर है, जब हम बच्चों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराते हुए याद करते हैं। आज के बच्चे कल भविष्य हैं।
बच्चों के अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता जरूरी हैं। श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बच्चों के अच्छे भविष्य हेतु भगवान से प्रार्थना की और देशवासियों से अपील की की अपने आसपास के गरीब बच्चों के मदद हेतु आगे आयें।