जिले के डौंडी विकासखंड अंतर्गत ग्राम भर्रीटोला में रहस्यमय ढंग से 43 भेड़ों की हुई मौत पशु पालकों ने पशु चिकित्सा विभाग पर लगाया आरोप
जिले के डौंडी विकासखंड अंतर्गत ग्राम भर्रीटोला में रहस्यमय ढंग से 43 भेड़ों की हुई मौत पशु पालकों ने पशु चिकित्सा विभाग पर लगाया आरोप
बालोद :--जिले के डौंडी विकासखंड अंतर्गत ग्राम भर्रीटोला में रहस्यमय ढंग से 43 भेड़ों की मौत के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने पोस्टमार्टम कर मौत का कारण जानने सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा है। इसमें 19 भेड़ के बच्चे व 25 बड़े भेड़ शामिल हैं। इस घटना से भेड़ पालक श्याम लाल धनकर को लगभग ढाई लाख का नुकसान हुआ है।
वहीं भेड़ पालक ने पशु चिकित्सा विभाग पर आरोप लगाया है कि बीते दिनों विभाग ने कृमि नाशक दवाई दी थी, जिससे भेड़ों की मौत हुई है। पशु चिकित्सा विभाग ने पशुपालक के इस आरोप को गलत बताया है।
◆एक साथ नहीं अलग-अलग दिन हुई मौत◆
उप संचालक डीके सिहारे ने बताया कि सितंबर में भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से भेड़ पालक श्याम लाल धनकर ने मांग की थी कि भेड़ों को बीमारी से बचाने कृमि नाशक दवाई दी जाए। इसके बाद 29 सितंबर को पशु चिकित्सा विभाग ने किसान के घर जाकर दवाई दी।
किसान को बताया गया कि दस किलो की भेड़ को एक एमएल व 50 किलो की भेड़ को 5 एलएल पिलाने का नियम बताया था। किसान ने जानकारी दी कि 16 अक्टूबर को दवाई पिलाने के बाद उनकी एक-दो भेड़ रोज मर रही है। 31 अक्टूबर तक 43 भेड़ मर चुकी है।
◆जांच कराने का आश्वासन◆
भर्रीटोला के किसान श्याम लाल धनकर ने बताया कि उनके पास लगभग 250 भेड़ है। पशु चिकित्सा विभाग से मिली दवाई को खिलाने के बाद से उनकी भेड़ मर रही है। अब तक 43 भेड़ की मौत हो चुकी है।
वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिथलेश नुरेटी ने भी इस गांव में आकर पीडि़त पशुपालक से चर्चा की। उचित जांच कराने की बात कही।
◆तीन भेड़ों का लिया सैंपल◆
पशु चिकित्सा विभाग में उप संचालक डीके सिहारे ने कहा कि मृत भेड़ों का पोस्टमार्टम कराया है। मौत का कारण जानने मंगलवार को तीन भेड़ों का सैंपल लेकर जांच के लिए रायपुर भेजा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि किस कारण मौत हो रही है।
रिपोर्ट:- अरुण उपाध्याय बालोद