गुरूर, बालोद, दल्लीराजहरा रेंज के जंगल में एक फिर से दंतैल हाथी का आतंक फसलों को कर रहा है नुकसान  जिले के वनविभाग एसडीओ डिम्पी बैस के मार्गदर्शन में टीम द्वारा लगातार की जारी है वनांचलों में सर्चिंग एवं ग्रामीणों को सतर्कता बरतने हिदायद

गुरूर, बालोद, दल्लीराजहरा रेंज के जंगल में एक फिर से दंतैल हाथी का आतंक फसलों को कर रहा है नुकसान   जिले के वनविभाग एसडीओ डिम्पी बैस के मार्गदर्शन में टीम द्वारा लगातार की जारी है वनांचलों में सर्चिंग एवं ग्रामीणों को सतर्कता बरतने   हिदायद
गुरूर, बालोद, दल्लीराजहरा रेंज के जंगल में एक फिर से दंतैल हाथी का आतंक फसलों को कर रहा है नुकसान   जिले के वनविभाग एसडीओ डिम्पी बैस के मार्गदर्शन में टीम द्वारा लगातार की जारी है वनांचलों में सर्चिंग एवं ग्रामीणों को सतर्कता बरतने   हिदायद

 

 गुरूर, बालोद, दल्लीराजहरा रेंज के जंगल में एक फिर से दंतैल हाथी का आतंक फसलों को कर रहा है नुकसान

 जिले के वनविभाग एसडीओ डिम्पी बैस के मार्गदर्शन में टीम द्वारा लगातार की जारी है वनांचलों में  सर्चिंग एवं ग्रामीणों को सतर्कता बरतने दी हिदायद

 बालोद :- एक सप्ताह से गुरूर, बालोद, दल्लीराजहरा रेंज के जंगल में एक दंतैल हाथी घूम रहा है।

  इस दौरान खेतों में घुसकर धान व बाड़ी में केले और अन्य फसलों को खाकर व रौंदकर नुकसान पहुंचा रहा है।

  कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन रिपोर्ट तैयार कर वन विभाग की ओर से किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।

  वहीं जल्द ही हाथी का लोकेशन ट्रेस कर ग्रामीणों को अलर्ट करने के लिए वन विभाग एनीमल ट्रेकर एप का उपयोग करेगा।

 इसके लिए कर्मचारियों को पहले चरण का प्रशिक्षण डिविजन व जिला स्तर पर दिया जा चुका है। दूसरे चरण का प्रशिक्षण जल्द दिया जाएगा।

 जिसके बाद हेड कार्यालय रायपुर से अनुमति मिलने के बाद एप का उपयोग कर ऑनलाइन निगरानी की जाएगी।

  वर्तमान में पैरों के निशान को देखकर लोकेशन ट्रेस कर ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है।

  सुबह से देर रात तक वन विभाग की टीम गांवों व जंगलों का दौरा कर रही है। बुधवार को तांदुला डुबान क्षेत्र से गुजरकर दंतैल हाथी मुल्ले जंगल में घुस गया।

  सुरक्षा के लिहाज से मुल्ले, मालगांव, मुल्लेगुड़ा, मड़वापथरा, हरठिमा, रानीमाई, नर्रा, वनपंडेल, आमाबाहरा के ग्रामीणों के अलर्ट जारी किया गया है।

  ट्रेनिंग के बाद मोबाइल में मैसेज भेजकर अलर्ट करेंगे वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एप के माध्यम से हाथियों पर निगरानी रखी जाएगी।

  ग्रामीणों को इस एप के जरिए हाथी के गांव के करीब पहुंचने से पहले एसएमएस व अन्य माध्यम से जानकारी मिल जाएगी।

  हाथी से बचाव के लिए यह एप काफी कारगर साबित होगा। दुर्ग में एक बार प्रशिक्षण का आयोजन कर इसकी विस्तृत जानकारी जिले के कर्मचारियों को दी जा चुकी है।

  हाथी से प्रभावित क्षेत्र के लोगों के मोबाइल में मैसेज आएगा। ग्रामीणों के मोबाइल नंबर को एप में रजिस्टर्ड किया जाएगा।

जिले के वनविभाग एस डीओ सुश्री डिम्पी बैस के मार्गदर्शन में वनविभाग ने एक रक्षक दल बनाया गया है जो वनांचलों में लगातार सर्चिंग कर ग्रामीणों को लगातार समझाइस दिया जा रहा है कि वे सतर्क रहें।

रिपोर्ट खास :-अरुण उपाध्याय बालोद

मो नम्बर :-9425572406