विश्व सिकलसेल दिवस के अवसर पर जन प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने बीमारी से बचाव के उपायों के संबंध में दी जानकारी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानीन एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों तथा आम नागरिक हुए शामिल टाउन हाॅल बालोद में किया गया जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन

विश्व सिकलसेल दिवस के अवसर पर जन प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने बीमारी से बचाव के उपायों के संबंध में दी जानकारी  कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानीन एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों तथा आम नागरिक हुए शामिल  टाउन हाॅल बालोद में किया गया जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
विश्व सिकलसेल दिवस के अवसर पर जन प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने बीमारी से बचाव के उपायों के संबंध में दी जानकारी  कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानीन एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों तथा आम नागरिक हुए शामिल  टाउन हाॅल बालोद में किया गया जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन

 

विश्व सिकलसेल दिवस के अवसर पर जन प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने बीमारी से बचाव के उपायों के संबंध में दी जानकारी

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानीन एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों तथा आम नागरिक हुए शामिल

टाउन हाॅल बालोद में किया गया जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन

 बालोद,:- 19 जून विश्व सिकलसेल दिवस के अवसर पर आज जिला मुख्यालय बालोद के टाउन हाॅल में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में उपस्थित जिले के गणमान्य जन प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सिकलसेल को अनुवांशिक बीमारी बताते हुए इसके बचाव के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

    कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ जनप्रतिनिधि  पवन साहू एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष  राकेश यादव सहित कलेक्टर  इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, पुलिस अधीक्षक  सूरजनराम भगत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे, एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेश सूर्यवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अखिलेश शर्मा सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मेनका चन्द्राकर एवं अन्य जन प्रतिनिधियों के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सकगण उपस्थित थे।

  इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों के अलावा आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की।

  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि  पवन साहू ने सिकलसेल बीमारी के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने इस बीमारी को एक अनुवांशिक बीमारी बताते हुए इसके रोकथाम के उपायों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

  उन्होंने कहा कि इस गंभीर बीमारी से बचाव हेतु सावधानी ही एक मात्र उपाय है। इसलिए इसकी रोकथाम हेतु विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

 साहू ने कहा कि हम सभी को विवाह के लिए रिश्ता तय करते समय कुण्डली मिलान की भाँति सिकलसेल की भी अनिवार्य रूप से जाँच कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की रोकथाम की पुख्ता उपाय सुनिश्चित करने हेतु व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता है।

     साहू ने सिकलसेल बीमारी की रोकथाम के समुचित उपाय सुनिश्चित करने हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्य की भी सराहना की।

  पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री राकेश यादव ने कहा कि भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा सिकलसेल बीमारी की रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करने हेतु बहुत ही सवंेदनशीलता एवं तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा हैै।

  कलेक्टर  इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि सिकलसेल एक गंभीर एवं लाईलाज बीमारी है। इसलिए इससे बचाव हेतु विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है।

   चन्द्रवाल ने कहा कि इसकी भयावह को देखते हुए केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा इस बीमारी की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही इस बीमारी की गंभीरता को रखते हुए आज 19 जून को विश्व सिकलसेल दिवस का आयोजन किया जा रहा है।

   इसके अंतर्गत एक माह तक लगातार अभियान चलाकर आम लोगों को इसके बचाव के उपायों के संबंध में जानकारी दी जाएगी।

  पुलिस अधीक्षक  सूरजन राम भगत ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा सिकलसेल बीमारी की गंभीरता को समझते हुए इसके रोकथाम हेतु ठोस कदम उठाए जा रहे हंै।

  जो कि निश्चित रूप से बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सिकलसेल बीमारी से दूर रहने के लिए हम सभी को विशेष सावधानी बरतना चाहिए। श्री भगत ने उपस्थित लोगों को समाज को सिकलसेल बीमारी से दूर रखने के इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील की।

  इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने सिकलसेल बीमारी की भयावह स्वरूप के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे बचाव हेतु सावधानी ही एक मात्र उपाय है।

  डाॅ. कन्नौजे ने सभी लोगों से शादी के लिए रिश्ता तय करने के पूर्व वर-वधु का अनिवार्य रूप से सिकलसेल जाँच कराने की अपील भी की।

 

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद जिला ब्युरो :- प्रखर समाचार सीजीन्यूज प्लस 24 सहसम्पादक

  मो नम्बर :-94255 72406