Crime : नामांकन भरने गए प्रत्याशी का फिल्मी स्टाइल में अपहरण! मारपीट कर दी धमकी, FIR दर्ज

Crime : नामांकन भरने गए प्रत्याशी का फिल्मी स्टाइल में अपहरण! मारपीट कर दी धमकी, FIR दर्ज

रायपुर : राजधानी रायपुर के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में तिल्दा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष टीकेश्वर उर्फ सोनू मनहरे के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 18 और 19 में जनपद सदस्य पद के लिए नामांकन भरने जा रहे कुछ व्यक्तियों को दिनदहाड़े अगवा कर धमकाया गया, जिससे उन्हें चुनाव लड़ने से रोका जा सके।

इसी क्रम में, योगेश गुरु गोसाई ने भी ऐसी ही घटना का सामना किया, घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने तिल्दा पहुंचकर थाने में धरना दिया और टीकेश्वर उर्फ सोनू मनहरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज दर्ज कराई। फिलहाल तिल्दा पुलिस ने धारा 3(5),140(3),151(2),115(2),296 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रत्याशी को रायपुर में छोड़कर अपहरणकर्ता फरार

घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने तिल्दा पहुंचकर थाने में धरना दिया और एफआईआर दर्ज कराई। वहीं दबाव बढ़ता देख अपहृत योगेश दास को रायपुर में छोड़कर अपहरणकर्ता फरार हो गए। फिलहाल तिल्दा पुलिस ने अपहरण समेत अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा नेता वेदराम मनहरे के हैं छोटे भाई

गौरतलब है कि आरोपी टीकेश्वर सोनू मनहरे भाजपा नेता वेदराम मनहरे के छोटे भाई हैं, और उन पर लंबे समय से चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी और हिंसा में संलिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले 15 वर्षों से तिल्दा नेवरा जनपद पंचायत क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिससे इच्छुक प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने से रोका जाता है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित होती है।

वहीँ इस मामले में भाजपा नेता वेदराम मनहरे ने कहा कि फर्जी FIR को रद्द करने पर आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए आवेदन दिया है।

पुलिस जांच जारी
तिल्दा नेवरा थाना पुलिस ने 140(3) अपहरण जैसे विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई जल्द की जाएगी। प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।

लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा अनिवार्य
इस घटना के बाद क्षेत्र में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है और आम नागरिकों में आक्रोश देखा जा रहा है। लोकतंत्र की रक्षा और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।